GTT – गुड टिल ट्रिगर ऑर्डर से परिचय
जिस GTC फीचर का इंतज़ार काफ़ी टाइम से हो रहा था उसकी घोषणा करने में मुझे ख़ुशी हो रही है। लेकिन इससे भी जो बेहतर है वह है GTT (गुड टिल ट्रिगर) ऑर्डर से परिचय करवाना।
GTC ऑर्डर्स
GTC (गुड टिल कैंसिल) ऑर्डर ऐसे ऑर्डर होते हैं, जो जब तक कैंसिल नहीं किए जातें तब तक वैलिड रहतें हैं। आमतौर पर इसका इस्तेमाल लॉन्ग टर्म स्टॉपलॉस और टारगेट ऑर्डर प्लेस करने के लिए किया जाता है। इस फीचर को प्रदान करना एक बहुत बड़ा चैलेंज है क्योंकि भारत में एक्सचेंज इस सुविधा को सपोर्ट नहीं करते हैं। हर ट्रेडिंग दिन के अंत में सभी पेंडिंग ऑर्डर्स को एक्सचेंज द्वारा कैंसिल कर दिए जातें हैं। कुछ ब्रोकर्स जो GTC फीचर नहीं प्रदान करते, वे अगले दिन उन सभी पेंडिंग ऑर्डर्स को फिर से प्लेस करते हैं जिन्हें एक्सचेंज द्वारा कैंसिल कर दिया गया था। यह एक स्केलेबल हल नहीं है।
हमने एक ऐसा फीचर बनाया है जो GTC की जगह ले सकता है।अपने स्टॉक होल्डिंग्स के लिए आप ना सिर्फ सिंगल-लेग ट्रिगर को प्लेस कर सकतें हैं जहाँ आप अपने स्टॉक होल्डिंग्स में एंटर या फिर एग्जिट कर सकतें हैं जब तक की प्राइस की कंडीशन मेल ना खाए, बल्कि आप अपने स्टॉक होल्डिंग्स के लिए टारगेट और स्टॉपलॉस आर्डर (OCO या वन कैंसिल अदर) दोनों को एक साथ प्लेस कर सकतें हैं।
GTTs को क्रिएट या बनाना
Kite वेब पर, Create GTT option देखने के लिए कॉन्टेक्स्ट मेनू (मार्केटवॉच, होल्डिंग्स, पोजीशन) पर क्लिक करें।
Creating a GTT on Kite web
Kite मोबाइल पर किसी भी स्क्रिप पर क्लिक करें और दाईं ओर ‘Create GTT’ पर क्लिक करें।
GTT के प्रकार
बाय GTT
बाय GTT का इस्तेमाल डिलीवरी के लिए किया जा सकता है, जहाँ स्टॉक को खरीदा जाता है। यहाँ ट्रिगर को बनाया जाता है। जब ट्रिगर प्राइस हिट हो जाता है, तब एक्सचेंज पर एंटर की गई लिमिट प्राइस के साथ एक बाय आर्डर को प्लेस किया जाता है।
नीचे दी गई इमेज में दिए गए उदाहरण पर ध्यान दें:
Reliance की मौजूदा प्राइस= 1485.30
ट्रिगर प्राइस = 1500
लिमिट प्राइस = 1505
इस उदाहरण में, अगर एक्सचेंज पर 1500 का ट्रिगर प्राइस हिट कर जाता है, तब 1505 पर एक लिमिट बाय ऑर्डर प्लेस हो जाता है। चूंकि लिमिट प्राइस मार्केट प्राइस से ज़्यादा है, इसलिए यह ऑर्डर मार्केट ऑर्डर की तरह काम करेगा और 1500 पर एक्सेक्यूट हो जाएगा। हालांकि, चूंकि यह एक लिमिट ऑर्डर है, इसलिए यह 1505 से ऊपर के प्राइस पर नहीं भरेगा। लिमिट प्राइस, ट्रिगर प्राइस से ज़्यादा इसलिए रहता है क्योंकि यह सुनिश्चित करना पड़ता है कि जब ट्रिगर हिट हो जाए तब आर्डर एक्सेक्यूट हो जाए। यह आर्डर अब कैंसिल हो जाता है और पेंडिंग नहीं रहता है।
Buy GTT — Single
सेल्ल GTT
सेल्ल GTT का इस्तेमाल मौजूदा स्टॉक होल्डिंग्स से बाहर निकलने के लिए किया जाता है। इसे या तो केवल एक टारगेट ऑर्डर या फिर स्टॉपलॉस और टारगेट दोनों के लिए इस्तेमाल किया जाता है। जहाँ एक ट्रिगर हो जाता है, तब दूसरे को कैंसिल (OCO) कर दिया जाता है।
सेल्ल GTT – सिंगल:
नीचे दी गई इमेज में दिए गए उदाहरण पर ध्यान दें:
Infy की मौजूदा कीमत = 785.70
ट्रिगर प्राइस = 799
लिमिट प्राइस = 799
इस उदाहरण में, अगर एक्सचेंज पर 799 का ट्रिगर प्राइस हिट हो जाता है, तब 799 पर एक लिमिट सेल्ल आर्डर प्लेस किया जाता है। अगर आपके डीमैट अकाउंट में स्टॉक है और खरीदार उपलब्ध है, तब यह आर्डर एक्सेक्यूट हो जाएगा।
Sell GTT – Single
सेल्ल GTT – OCO (वन कैंसिल अदर) :
नीचे दी गई इमेज में दिए गए उदाहरण पर ध्यान दें :
Infy की मौजूदा कीमत = 785
स्टॉपलॉस ट्रिगर प्राइस = 700
स्टॉपलॉस लिमिट प्राइस = 700
टारगेट ट्रिगर प्राइस = 800
टारगेट लिमिट प्राइस = 800
इस उदाहरण में, अगर एक्सचेंज पर 700 या 800 का ट्रिगर प्राइस हिट हो जाता है, तब उससे जुड़ी लिमिट प्राइस पर एक लिमिट सेल्ल आर्डर प्लेस हो जाता है। अगर आपके डीमैट अकाउंट में स्टॉक है और खरीदार उपलब्ध है, तब यह आर्डर एक्सेक्यूट हो जाएगा। आर्डर हिट होने पर दूसरा ट्रिगर को कैंसिल कर दिया जाता है।
Sell GTT – OCO
ट्रिगर सेट करने के लिए प्रतिशत का इस्तेमाल करना
किसी भी अपने पसंद के परसेंटेज पॉइंट पर आप अपने GTT ट्रिगर्स को LTP से दूर आसानी से सेट कर सकते हैं। नीचे दी गई इमेज में दिए गए उदाहरण पर ध्यान दें:
Infy की मौजूदा कीमत = 793.65
स्टॉपलॉस ट्रिगर प्राइस = 674.6 (LTP से -15%)
टारगेट ट्रिगर प्राइस = 912.65 (LTP से 15%)
आप आसानी से परसेंटेज वैल्यू को बदल सकते हैं और ‘ट्रिगर प्राइस’ फ़ील्ड के नीचे रख सकते हैं (टारगेट के लिए पॉजिटिव और स्टॉपलॉस के लिए नेगेटिव) और ट्रिगर प्राइस ऑटोमेटिकली उस लेवल पर सेट हो जाएगा। आपको केवल लिमिट प्राइस एंटर करना होगा।
Setting triggers 15% away from LTP
Nifty और Banknifty F&O के लिए GTT
4 मई, 2020 को अपडेट किया गया
GTT फीचर में अब Nifty और Bank Nifty फ्यूचर्स और ऑप्शंस सभी शामिल हैं। आर्डर प्लेस करते समय आप उस प्राइस को परसेंटेज के तौर पर सेट कर सकतें हैं जिस पर आर्डर ट्रेड होगा। यहाँ आप टारगेट और स्टॉप लोस्स दोनों सेट कर सकतें है। यह फीचर फिलहाल Kite वेब पर उपलब्ध है और इसे जल्द ही मोबाइल ऐप्प पर लॉन्च किया जाएगा।
नीचे दिए गए इमेज में, Nifty May Futures के बाय आर्डर जो की एक मार्केट आर्डर है उसको प्लेस करते समय , SL और 1% का टारगेट सेट किया गया है। इसका यह मतलब हुआ कि जिस प्राइस पर मार्केट ऑर्डर एक्सेक्यूट होता है, उस प्राइस के ऊपर और नीचे 1% पर एक सेल्ल GTT को प्लेस किया जाता है। अगर इनमें से कोई भी एक्सेक्यूट हो जाता है, तब दूसरा आर्डर कैंसिल हो जाता है।
Nifty फ्यूचर्स मार्केट ऑर्डर प्लेस करते समय SL और टारगेट को सेट करना |
अपने GTTs मैनेज करना
आपके द्वारा प्लेस किए गए सभी GTT को Kite के आर्डर पेज पर GTT टैब के अंदर रखा जा सकता है।
GTT Tracking
मार्जिन्स
GTT बनाने के लिए आपके अकाउंट में कोई कैश या मार्जिन रखने की ज़रूरत नहीं है। जब GTT ट्रिगर हो जाता है और एक्सचेंज पर ऑर्डर प्लेस करना पड़ता है तभी सिस्टम मार्जिन को चेक करता है। आपको तभी मार्जिन मेन्टेन रखने की ज़रूरत होगी।
वैलिडिटी
- GTT एक साल के लिए वैलिड रहता है। अगर यह एक साल के अंदर ट्रिगर नहीं होता है, तब GTT कैंसिल हो जाता है। अगर ज़रूरी है, तब आपको GTT को फिर से मैन्युअल रूप से प्लेस करना होगा।
- GTT पर सेट ट्रिगर केवल एक बार के लिए ही वैलिड होता है। इसलिए, अगर किसी भी कारण से GTT द्वारा दिया गया ऑर्डर एक्सचेंज में फिल्ल नहीं होता है, तब आपको खुद से ऑर्डर को फिर से प्लेस करना होगा।
- जब भी बोनस, डिविडेंड (अगर यह मार्केट वैल्यू के 5% से अधिक हो), स्टॉक स्प्लिट इत्यादि जैसी कॉर्पोरेट एक्शन होते हैं, तब संबंधित स्टॉक के लिए GTT को कॉर्पोरेट एक्शन के एक्स-डेट से पहले कैंसिल कर दिया जाएगा। कॉरपोरेट एक्शन के कारण स्टॉक की कीमत में उतार-चढ़ाव होता है और इसके वजह से ऑर्डर ट्रिगर नहीं होता है। यह सुनिश्चित करने के लिए की आर्डर ट्रिगर ना हो, आपको कॉरपोरेट एक्शन के बाद ऑर्डर को वापस से प्लेस करना होगा।
जानना ज़रूरी है
- जब एक GTT ट्रिगर होता है, और ऑर्डर एक्सचेंज पर प्लेस हो जाता है, तब यह केवल तभी एक्सेक्यूट होगा जब एक्सचेंज पर प्लेस किया गया लिमिट प्राइस ऑर्डर फिल्ल हो चूका हो। आर्डर एक्सेक्यूट हो जाए उसकी गारंटी के लिए, आपको यह सुनिश्चित करना होगा की बाय GTT ऑर्डर के लिए, आपने लिमिट प्राइस को ट्रिगर प्राइस से अधिक प्लेस किया हो (आपके लिमिट सेट की सुरक्षा के साथ यह मार्केट ऑर्डर की तरह काम करता है), और सेल्ल GTT के लिए सेल्ल लिमिट प्राइस को सेल्ल ट्रिगर प्राइस से कम पर प्लेस करें। ट्रिगर से जितना दूर होगा, एक्सेक्यूशन की गारंटी होने की संभावना उतनी ही अधिक होगी।
- सभी ऑर्डर केवल मार्केट hours के दौरान ट्रिगर और प्लेस किया जाएगा।
- GTT द्वारा एक्सचेंज में प्लेस किए गए ऑर्डर जो ट्रिगर करते हैं, वह केवल तभी फिल्ल किए जाएंगे जब आपके पास बाय करने के लिए पर्याप्त फंड हो और जब एक्सचेंज पर आर्डर प्लेस होते हैं तब सेल्ल करते समय, आपके डीमैट अकाउंट में पर्याप्त स्टॉक हो।
- हमारे डीलिंग डेस्क GTT को सपोर्ट नहीं करते है। आपको इन्हें खुद ही प्लेस करना होगा, कैंसिल करना और मॉडिफाई करना होगा।
- एक अकाउंट के लिए एक बार में मैक्सिमम 100 एक्टिव GTT की अनुमति है।
- आपकी इक्विटी होल्डिंग्स पर जो सेल्ल GTT ऑर्डर्स ट्रिगर प्लेस किये गए है वे सेल्ल नहीं हो पाएंगे। आपको CDSL TPIN का इस्तेमाल करके अपने शेयरों की डिलीवरी को ऑथराइज़ करना होगा। अगर आपने POA को सबमिट किया है, तब यह लागू नहीं होगा।
इस्तेमाल के लिए फ्री
GTT पूरी तरह से मुफ़्त है और इसको इस्तेमाल करने के लिए कोई एक्स्ट्रा चार्ज नहीं होते है।
अपने सभी दोस्तों को GTT के बारे में बताकर हमारी मदद करें। आर्डर प्लेस करने के लिए आपको हर दिन लॉगिन करने की ज़रूरत नहीं है। इससे काफी समय बच जाता है। इन्वेस्टमेंट करते समय जैसा हम चाहते है वैसा अगर नहीं होता है, तब स्टॉपलॉस को प्लेस करके हम अपने पैसे को भी बचा सकतें है।
हैप्पी ट्रेडिंग