12.1- स्टॉक चुनने का आधार

पिछले कुछ अध्यायों में हमने समझा है कि फाइनेंशियल स्टेटमेंट को कैसे पढ़ा जाए और कुछ जरूरी फाइनेंशियल रेश्यो को कैसे निकाला जाए।  इन सब का इस्तेमाल करके हम फंडामेंटल एनालिसिस के आधार पर शेयर चुनने का अपनी शर्तें बनाना शुरू कर सकते हैं। हमने पहले भी बात की है कि हर कंपनी में निवेश के पहले यह देखना होता है कि वह निवेश के लायक कंपनी है या नहीं।  हर वह कंपनी जो निवेश योग्य कंपनी की शर्तों को पूरा करती है उसमें निवेश किया जा सकता है।

 सबसे महत्वपूर्ण बात यही है कि निवेश के योग्य कंपनी कौन सी होती है? हो सकता है कि मेरे लिए जो निवेश योग्य कंपनी हो आप के लिए वो निवेश योग्य ना हो और जो आपके लिए निवेश योग्य कंपनी हो वह मेरे लिए निवेश योग्य ना हो। उदाहरण के तौर पर मैं ऐसी कंपनियों को चुनना पसंद कर सकता हूं जिसमें कॉरपोरेट गवर्नेंस के पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा हो। लेकिन कोई दूसरा निवेशक हो सकता है जो कॉरपोरेट गवर्नेंस ध्यान ना दे वह कह सकता है कि सब कंपनियों में कुछ ना कुछ गड़बड़ होती ही है जब तक कंपनी के नतीजे और बाकी आंकड़े अच्छे दिख रहे हैं मैं  उनमें निवेश करने के लिए तैयार हूं।

इस बात का मतलब यह है कि शेयरों को चुनने के लिए कोई एक तय चेक लिस्ट नहीं होती है। हर निवेशक को अपने हिसाब से अपने पसंदीदा शर्तें बनानी होती हैं जिनके आधार पर वह निवेश करेगा। हर निवेशक अपने अनुभव के आधार पर यह शर्तें तय करता है। लेकिन यह ध्यान देना चाहिए कि यह शर्तें किसी तर्क पर आधारित हों। वैसे इस अध्याय के अंत में मैं अपनी चेक लिस्ट आपको दिखाऊंगा। अगर आप निवेश करना अभी शुरू कर रहे हैं तो आप मेरी इस चेकलिस्ट इसका इस्तेमाल कर सकते हैं और उसमें से अपनी पसंद की शर्तें चुन सकते हैं।

12.2- स्टॉक चुनना कैसे शुरू करें

 हम स्टॉक में निवेश के लिए एक चेक लिस्ट बनाएं, उसके पहले कुछ जरूरी बातों पर ध्यान देना चाहिए। स्टॉक चुनने की  प्रक्रिया की शुरुआत के तौर पर हमें सबसे पहले कुछ ऐसे शेयर तलाशने चाहिए जो हमें पसंद आ रहे हों। कुछ शेयरों को पसंद करने के बाद हमें देखना चाहिए कि वो हमारी चेक लिस्ट की शर्तों को पूरा करते हैं या नहीं। अगर वह शर्तें पूरी करते हैं तो उसमें निवेश करना चाहिए और अगर नहीं तो हमें दूसरे शेयरों की ओर देखना चाहिए।

तो सबसे पहला सवाल यह है कि हम वह स्टॉक कैसे चुनें जिनके बारे में हम कह सकें कि वो हमें पसंद आ रहे हैं और  जिनको हम अपने चेक लिस्ट की शर्तों पर जांचना चाहते हैं। इसको करने के कुछ रास्ते हैं:

  1. जनरल ऑब्जर्वेशन (General Observation) यानी आर्थिक गतिविधियों पर नजर-  सुनने में यह बहुत साधारण सी बात लगेगी लेकिन स्टाक चुनने के लिए यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण तरीका है। आपको सिर्फ यह करना है कि अपने आसपास हो रही आर्थिक गतिविधियों पर नजर रखें और अपने आंख और कान खुले रखें। देखें कि लोग क्या खरीद रहे हैं, क्या बेच रहे हैं? किस तरह के उत्पाद की मांग ज्यादा है? आपके पड़ोस में लोग किन उत्पादों के बारे में बातचीत कर रहे हैं? अमेरिकी शेयर बाजार के बहुत जाने-माने निवेशक पीटर लिंच ने अपनी किताब “वन अप ऑन वॉल स्ट्रीट(One up on Wall Street)” में इस तरीके की चर्चा की है। व्यक्तिगत तौर पर मैंने भी इस तरीके का इस्तेमाल किया है। मैंने PVR सिनेमा का स्टॉक निवेश के लिए चुना (क्योंकि मुझे दिख रहा था कि मेरे आस-पास PVR के मल्टीप्लेक्स काफी तेजी से खुल रहे हैं) कमिंस इंडिया का स्टॉक (मुझे दिखा कि मेरे आस-पास की हर कंपनी बिल्डिंग में कमिंस का डीजल जनरेटर लगा हुआ है), इंफोएज लिमिटेड का स्टॉक (क्योंकि मुझे दिखा कि ये को भारत में सबसे लोकप्रिय जॉब वेबसाइट naukri.com को चलाती है)
  2. स्टॉक स्क्रीनर (Stock Screener)- इसे आप एक ऐसी छननी के तौर पर मान सकते हैं जिससे आप बहुत सारे स्टॉक्स में से अच्छे स्टॉक्स निकाल सकते हैं।  इसका मतलब है कि स्टॉक चुनने के लिए ऐसी प्रक्रिया बनाना जिसको आप खुद तय करेंगे। इसके जरिए आप अच्छी क्वालिटी के शेयर चुन सकते हैं। उदाहरण के तौर पर आप एक ऐसा स्क्रीनर बना सकते हैं जिसमें आपने शर्त रखी हो कि शेयर का ROE 25% और PAT मार्जिन 20% से कम ना हो। इस तरीके से आप बहुत सारे स्टॉक्स में से कुछ काम के स्टॉक चुन सकते हैं। वैसे काफी स्टॉक स्क्रीनर ऑनलाइन मौजूद हैं लेकिन व्यक्तिगत तौर पर मैं गूगल फाइनेंस का स्टॉक स्क्रीनर और screener.in को पसंद करता हूं।
  3. अर्थव्यवस्था के संकेत-  अच्छे स्टॉक चुनने का एक बेहतरीन तरीका है कि आप अर्थव्यवस्था के हालात पर नजर बनाए रखें। इसे एक उदाहरण से समझते हैं- आप देखेंगे कि इन दिनों भारत में इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करने पर काफी ज्यादा जोर दिया जा रहा है। नए नए पुल, सड़कें और ऐसी तमाम चीजें बनाई जा रही है।देश में काम कर रही सीमेंट कंपनियों को इसका सीधा फायदा मिलेगा । इसलिए मैं ऐसी सीमेंट कंपनियों को और की ओर देखूंगा जो मेरी चेक लिस्ट की शर्तों को पूरा करती है और इस नए चलन का फायदा उठा सकती हैं।
  4. सेक्टर के ट्रेंड (चलन)- इसमें आप उन सेक्टरों  को पहचानने की कोशिश करते हैं जहां पर नए चलन दिखाई पड़ रहे हैं। फिर उन सेक्टर में काम कर रही कंपनियों को पहचानने की कोशिश करते हैं जिनको इस चलन का फायदा मिल सके। उदाहरण के तौर पर हम जानते हैं कि 3 तरह के पेय पदार्थ भारत में काफी ज्यादा बिकते हैं  कॉफी, चाय और बोतल का पानी। लेकिन अगर आप ध्यान से देखेंगे तो पिछले दिनों एक नया चलन शुरू हुआ है वह एनर्जी ड्रिंक का। यह बाजार काफी तेजी से बढ़ा है और इसमें काफी संभावनाएं नजर आ रही है। अब आप इस सेक्टर की उन कंपनियों को खोजने की कोशिश कर सकते हैं जो एनर्जी ड्रिंक के कारोबार में जुड़ी हुई हैं या इसमें घुसने की तैयारी में है।
  5. खास घटना या खास स्थिति-  शेयर आईडिया निकालने का यह एक थोड़ा मुश्किल तरीका है। इसके लिए आपको कंपनियों, कंपनियों से जुड़ी खबरों और  कंपनी की ऐसी घटनाओं पर नजर रखनी पड़ती है, जिससे आगे चलकर कंपनी को फायदा हो सकता है। मुझे एक उदाहरण याद है। सन 2013 में देश के बड़े टूर ऑपरेटर्स में से एक कॉक्स एंड किंग्स ने एचडीएफसी के केकी मिस्त्री को अपने एडवाइजरी बोर्ड में शामिल किया। केकी मिस्त्री की बिजनेस और इंडस्ट्री में काफी इज्जत है माना जाता है कि उनको बिजनेस की अच्छी समझ है। मेरे एक दोस्त ने कहा कि केकी मिस्त्री के आने से कॉक्स एंड किंग्स को फायदा होगा। इसलिए उसने कंपनी के बारे में और रिसर्च करना शुरू किया ताकि वह देख सके कि निवेश की दूसरी शर्तें पूरी होती है या नहीं। फिर उसने उस शेयर में निवेश किया और आज वह 200% के मुनाफे पर बैठा है।
  6. सर्किल ऑफ कांपीटेंस (Circle of Competence)/ अपनी योग्यता का इस्तेमाल- यह स्टॉक आईडिया निकालने का वह तरीका है जहां पर अपनी आप अपनी जानकारी या अपनी योग्यता का फायदा उठाते हैं। यह एक नए निवेशक के लिए सबसे आसान और भरोसेमंद तरीका है। उदाहरण के तौर पर आप बैंक में काम करते हैं तो आपको बैंकिंग इंडस्ट्री की अच्छी समझ होगी आप अपने आसपास देखेंगे या अपने सहकर्मियों से बात करेंगे तो आपको पता चल जाएगा कि कौन सा बैंक ज्यादा अच्छी स्थिति में है और आगे चलकर बड़ा मुनाफा कमा सकता है। इसी तरह से मेडिकल इंडस्ट्री में काम करने वाले लोग हेल्थ केयर से जुड़ी कंपनियों के बारे में दूसरों के मुकाबले ज्यादा बेहतर जानकारी रखते हैं। उन्हें बस करना यह है कि वह देखें कि उनकी इंडस्ट्री में कौन सी लिस्टेड कंपनियां हैं और इनमें से किस में यह क्षमता है कि आगे चलकर वह मुनाफा कमा सके। इस तरह आप अपनी क्षमता का इस्तेमाल करके स्टाक आइडिया निकाल सकते हैं।

कहने का मतलब यह है कि स्टाक आइडिया कहीं से भी मिल सकता है। आपको जब भी कोई स्टाक पसंद आए तो उसको अपनी लिस्ट में शामिल कर लीजिए और उस पर नजर रखिए क्योंकि हो सकता है कि वह स्टॉक उस समय आपके निवेश की शर्तों को पूरा ना कर रहा हो। लेकिन उस पर नजर रखेंगे तो हो सकता है कि आने वाले समय में वह निवेश की शर्तों को पूरा करे और आपके लिए एक अच्छा निवेश का आईडिया बन सके। आपको ऐसे स्टॉक्स की एक लिस्ट हमेशा अपने पास रखनी चाहिए जिन पर आप नजर रख रहे हैं।

12.3 – The Moat 

शेयरों को पहचानने के बाद अगला काम होता है, यह देखना कि शेयर चेक लिस्ट की शर्तों पर खरे उतर रहे हैं या नहीं। निवेश के पहले का यह जरूरी काम बहुत ही महत्वपूर्ण होता है और इसके हर हिस्से पर आपको बहुत ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए।

चेक लिस्ट पर दोबारा नजर डालने के पहले एक और सिद्धांत को समझना चाहिए जिसे कहते हैं मोट (The Moat)। इसको वारेन बफेट ने प्रचलित किया है। यह बताता है कि कंपनी अपने प्रतिद्वंदियों के मुकाबले कितनी ज्यादा दूरी पर है और ये स्थिति कंपनी कब तक बनाए रख सकती है। आपको पता ही होगा कि मोट का मतलब वह खाई होता है जो पुराने जमाने में किले के बाहर चारों तरफ इसलिए बनाई जाती थी जिससे दुश्मन उसको पार करके किले तक ना पहुंच सके। वॉरेन बफेट ने इसी के आधार पर यह कहा है कि कंपनियां को एक ऐसा मोट बनाना चाहिए जिससे उनके और उनके प्रतिद्वंदियों के बीच में एक खाई बनी रहे और उनका मुनाफा प्रभावित ना हो। यह खाई जितनी चौड़ी होगी कंपनी के लिए उतना ही बेहतर होगा।

मोट को समझने के लिए उदाहरण लेते हैं। आयशर मोटर्स लिमिटेड कंपनी कमर्शियल व्हेकिल यानी गाड़ियां बनाती है और साथ ही रॉयल एनफील्ड बाइक भी बनाती है। रॉयल एनफील्ड बाइक देश और विदेश, दोनों में बहुत ही लोकप्रिय हैं। एक खास तरीके के ग्राहकों को ये बाइक बहुत ही ज्यादा पसंद आती है। यह बाइक ना तो हार्ली डेविडसन की तरह बहुत महंगी है और ना ही टीवीएस की बाइक की तरह बहुत सस्ती। किसी भी दूसरी कंपनी के लिए रॉयल एनफील्ड के मुकाबले में एक नई बाइक लाना और उसका मुकाबला करना आसान नहीं होगा। इसका मतलब है कि आयशर मोटर्स का मोट काफी चौड़ा है, उसके प्रतिद्वंदियों के लिए उसको मुकाबला देना आसान नहीं होगा।

आज बहुत सारी कंपनियां हैं जिनके पास ऐसे मोट हैं। शेयर बाजार में पैसा बना कर देने वाली हर कंपनी के पास कहीं ना कहीं एक ऐसा मोट जरूर होता है। उदाहरण के तौर पर इंफोसिस को देखिए जिसके पास ये मौका था कि वह भारत से वही सेवा दे सके जो कि अमेरिका में बहुत ही ऊंचे दाम पर मिल रही थी। पेज इंडस्ट्री के पास ये मोट बनाथा जब उसे जॉकी इनरवियर के लिए भारत का लाइसेंस मिला था। भारत में प्रेशर कुकर बेचने वाली कंपनी प्रेस्टीज के पास भी ऐसा ही एक मोट है। आपको ऐसे बहुत सारे उदाहरण मिल जाएंगे।

12.4 – जरूरी काम और सावधानियां

शेयर बाजार पर रिसर्च और निवेश करने के पहले का सबसे जरूरी काम है 

  1. बिजनेस को समझना जिसमें वार्षिक रिपोर्ट को पढ़ना भी शामिल है। 
  2. अपनी चेकलिस्ट की शर्तों को पर नजर डालना और निवेश करने योग्य हर कंपनी को उस कसौटी पर कसना।  
  3. कंपनी का वैल्यूएशन करना जिससे उस बिजनेस को पूरी तरह से समझा सके।

किसी कंपनी के बारे में जानने के लिए हमें उसके हर पहलू को ठीक से जानना और पहचानना होगा। हमें अपने प्रश्नों की एक लिस्ट बनानी होगी जिसके जवाब में ढूंढने होंगे। जैसे सबसे पहला सवाल यही होगा कि कंपनी करती क्या है? इन सवालों का जवाब हमें गूगल पर नहीं ढूंढना है, जवाब मिलेंगे कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट में या कंपनी की वेबसाइट पर। इससे हमें यह भी पता चलेगा कि कंपनी को अपने बारे में और अपने बिजनेस के बारे में क्या कहना है। व्यक्तिगत तौर पर मैं ऐसी कंपनियों में निवेश पसंद करता हूं जिसमें कंपटीशन यानी प्रतियोगिता कम हो और सरकार के हस्तक्षेप की संभावना भी कम हो। उदाहरण के तौर पर जब मैंने PVR सिनेमा में निवेश किया तो उस समय केवल तीन कंपनियां थी जो इस क्षेत्र में काम करती थी PVR, आईनॉक्स और सिनेमैक्स। बाद में सिनेमैक्स का PVR में विलय हो गया बाजार में सिर्फ दो ही कंपनियां रह गयीं। अब और कई नए खिलाड़ी इस बाजार में आ गए हैं।  इसलिए अब समय है कि मैं PVR में अपने निवेश को एक बार फिर से देखूं और तय करूं कि आगे मुझे क्या करना है। कंपनी के बिजनेस को जानने के बाद अगला कदम होता है यह देखना कि कंपनी हमारी चेक लिस्ट की शर्तों में से कितनी शर्तें पूरा कर रही है। एक नजर डालिए मेरी चेक लिस्ट पर जिसमें 10 शर्ते हैं।

 

क्रम संख्या

काम की शर्त टिप्पणी

इसका अर्थ

1 ग्रॉस प्रॉफिट मार्जिन (GPM) > 20% GPM जितना अधिक हो उतना अच्छा, कंपनी का मोट या खाई उतनी बड़ी होगी
2 आमदनी में बढत मुनाफे की दिशा में होनी चाहिए मुनाफे के बराबर की रफ्तार से बढ़नी चाहिए
3 EPS EPS को नेट प्रॉफिट की रफ्तार से बढ़ना चाहिए अगर कोई कंपनी नई इक्विटी जारी कर रही है तो ये अच्छी बात नहीं है। मौजूदा शेयरधारकों का हिस्सा कम हो जाएगा 
4 कर्ज का स्तर कंपनी बहुत कर्ज में ना डूबी हो ज्यादा कर्ज का मतलब होता है कि कंपनी कारोबार के लिए कर्ज पर निर्भर है। इससे फाइनेंस कॉस्ट बढ़ती है और मुनाफा इसमें जाने लगता है
5 इन्वेंटरी मैन्युफैक्चरिंग या उत्पादन से जुड़ी कंपनियों पर लागू इन्वेंटरी और  PAT मार्जिन का साथ साथ बढ़ना एक अच्छा संकेत होता है। इन्वेंटरी नंबर ऑफ डेज जरूर चेक करें 
6 सेल्स vs रिसीवेबल्स रिसीवेबल्स के भरोसे सेल्स (बिक्री) आ बढ़ना अच्छा संकेत नहीं है ऐसा होने का मतलब है कि कंपनी सिर्फ बिक्री के आंकड़े ज्यादा दिखाने की कोशिश में लगी है
7 ऑपरेशन का कैश फ्लो कैश फ्लो पॉजिटिव होना चाहिए अगर कंपनी के पास उसके कारोबार से कैश नहीं आ रहा तो साफ है कि कंपनी पर दबाव है।
8 रिटर्न ऑन इक्विटी >25% ROE जितना अधिक हो निवेशक के लिए उतना अच्छा है , लेकिन साथ ही में कर्ज का स्तर भी जांच लें।
9 कारोबार में विविधता कंपनी सिर्फ 1 या 2 तरह के कारोबार में हो सी कंपनियों से बचें जिनके कई तरह के धंधे हों। सिर्फ एक या दो तरह का कारोबार करने वाली कंपनी बेहतर होती है
10 सब्सिडियरी कम होनी चाहिए अगर कंपनी की बहुत सारी सब्सिडियरी कंपनियां हैं तो ये एक संकेत हो सकता है कि कंपनी उनके बहाने पैसे निकाल रही है। ऐसी कंपनी में निवेश से बचें

अगर कोई स्टॉक इन शर्तों को पूरा करता है तो आपको उसकी कीमत देखनी चाहिए। अगर वह सही कीमत पर नहीं मिल रहा है तो शेयर को खरीदने का कोई मतलब नहीं है। सही कीमत का मतलब क्या है आप इसे कैसे पता करेंगे? यही हमारे लिए स्टेज 3 या तीसरा चरण होगा। हमें कुछ वैल्यूएशन प्रयोग करना होगा। वैल्यूएशन के लिए सबसे जाना-माना तरीका है डिस्काउंटेड कैश फ्लो एनालिसिस (Discounted Cash Flow- DCF)।

अगले कुछ अध्यायों में हम यह देखेंगे कि किसी कंपनी के बारे में रिसर्च यानी इक्विटी रिसर्च करने के लिए क्या करना चाहिए। इक्विटी रिसर्च पर हम जो चर्चा करेंगे वो स्टेज 2 और 3 का हिस्सा होगा। मुझे लगता है कि स्टेज 1 में हमें वार्षिक रिपोर्ट को सही तरीके से और विस्तार से पढ़ना चाहिए। 

इस अध्याय की मुख्य बातें

  1. एक स्टॉक आइडिया कहीं से भी आ सकता है 
    1. आप अपनी आंख-कान खुले रख कर या अपनी योग्यता का इस्तेमाल करके भी आईडिया पा सकते हैं 
  2. वॉच लिस्ट यानी ऐसी लिस्ट बनाकर रखें जिसमें आप उन स्टॉक को रखें जिस पर आप की नजर है। 
  3. एक बार आपने उन स्टॉक्स को चुन लिया जिस पर आप की नजर है तो फिर देखिए कि उनमें किसके पास मोट (Moat) है। 
  4. इसके बाद आती है जांच की प्रक्रिया यानी जरूरी काम की प्रक्रिया जिसमें हम कंपनी के बिजनेस के बारे में और उसके चेक लिस्ट की शर्तों को पूरा करने के बारे में देखते हैं और साथ ही हमें यह पता करते हैं कि कंपनी का अब तक का परफॉर्मेंस कैसा रहा है और उसकी वैल्यूएशन कितनी है। 
  5. जब हम बिजनेस को समझने की कोशिश कर रहे होते हैं तो हमें कंपनी के बिजनेस के हर पहलू की जांच करनी चाहिए। 
  6. जैसे जैसे आपको बाजार में अनुभव होता जाए वैसे वैसे अपनी चेक लिस्ट में बदलाव और सुधार करते रहिए।
  7. किसी कंपनी के वैल्यूएशन को पता करने के लिए DCF यानी डिस्काउंटेड कैश फ्लो का तरीका सबसे अच्छा तरीका माना जाता है।




82 comments
  1. Raj Bhadauria says:

    I want to enter in stock market, so these factors are enough for investing?

  2. Rachit kumar mandal says:

    Withdraw nahi ho Raha hai

  3. Anuj yadav says:

    Main abhi nefty trading me naya hu kaise karu

    • Kulsum Khan says:

      आप पहले वर्सिटी को पूरा पढ़ें फिर ट्रेडिंग करें 🙂

  4. Ashraf says:

    Hi me sher market me abhi abhi aya Hu. Muje abhi kuch patan Nahi to please mere email per Hindi pdf send karke bataye ke muje kese suruvat Karni he

  5. rajendra says:

    aage ki jankari ki pdf bhejo hindi me tkanks to team zerodha.

  6. rajendra says:

    please provide pdf file in hindi thanks.

  7. Pardeep says:

    Hi share market kiye koi book hai , jisse company ki jankari , jo cheej dekhni hai pta lg ske

    • Kulsum Khan says:

      कम्पनीज की जानकारी आपको ऑनलाइन मिल जाएगी।

  8. Pardeep says:

    Hi , share market kaise shikhe .or koi book hai , jisse ye pta lg ske ki , kya cheej dekhni hoti hai company ki .or kya Esme Jayda risk hota hai paise dubne ka.

    • Kulsum Khan says:

      आप हमारा फंडामेंटल एनालिसिस मॉड्यूल पढ़ें आपको साड़ी जानकारी मिलजाएगी।

  9. Nirmal Rana says:

    Aapki Jo likhi hui Rai mujhe bahut acchi lagi Hindi mein batane ke liye aur desh ko jagane ke liye बहुत-बहुत shukriya

  10. Pradeep Jain says:

    Very informative

  11. हंसलाल राय says:

    महोदय मैं मुचुवल फंड में निवेश करना चाहता हूं किन्तु मुझे इस संदर्भ में कोई जानकारी नहीं है। कृपया उचित जानकारी हिंदी भाषा में देने का कष्ट करें।

    • Kulsum Khan says:

      हमने सारे मॉड्यूल हिंदी में अनुवाद किये हैं 🙂

  12. Ranjeet Kumar matho says:

    Ham ismein share kharidna chahte Hain Kitna se shuruaat hota hamen kripya jankari den ham ek majdur bar ka aadami hai isliye prabhavi the ham ismein kanjurna chahte Hain main kripya upay bataen

    • Kulsum Khan says:

      आप इस अध्याय को पूरा पढ़ें आपको समझ आजायेगा।

  13. Ankit Tiwari says:

    मैम कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट को हिंदी में कहा से पढ़ सकते है मैम।। Pls reply me mam

  14. Ankit Tiwari says:

    मैम,, बहुत मेहनत करके इतना दूर तक आया हु,, और आपने इतना बढ़िया समझाया है की सब कुछ समझ में आया मैम,,, लेकिन मैम कंपनी की वार्षिक रिपोर्ट को हिंदी में कैसे पढ़े।। एसा कोई ऐप ये वेबसाइट है क्या मैम जहा से वार्षिक रिपोर्ट को हिंदी में पढ़ सकूं और अच्छे से समझ सकू।।reply me mam

  15. Komal says:

    Kripiya hindi pdf bheje..

  16. Subrata Sarkar says:

    Sir, 🙏🏻
    मैं Zerodha के साथ साल 2016 से जुड़ा हुआ हूं। Zerodha एक बेहतर प्लेटफार्म हैं।
    मेरा सवाल है, Yes Bank को लेकर, 2017/18 में मेरा एक दोस्त ने yes bank के शेयर को ₹448 में खरीदे थे, लेकिन मुझे यह बात 2018 के मिडली में पता चला तबतक शेयर प्राईस 218 तक आ चुके थे और मैने उन्हें बताया की अगर yes bank की शेयर प्राइस 158 से नीचे गिरते हैं तो ये ओर भी नीचे जा सकता हैं। But उसके बाद बहुत कुछ सामने आया जो हम सबने भी देखा, सवाल है कि इस तरह अंदर ही अंदर हो रहे घपले को हम कैसे समझ सकते हैं? ये सिर्फ yes bank का एक मामला नहीं हैं। इस प्रकार के घपला न तो बैलेंस शीट और न ही कैश फ्लो में देखा जा सकता हैं तो उसे हम कैसे भाप सकते है? हालांकि yes bank को अब मैं भी होल्ड कर रहा हूं क्यों कि मुझे Yes Bank के वर्तमान CEO Prashant Kumar अच्छा लगता हैं। और ये इंप्रूव भी हो रहा है।

    • Kulsum Khan says:

      इसका पता आप सिर्फ मार्किट एनालिसिस और फाइनेंसियल न्यूज़ ट्रैक करके मालूम कर सकते हैं।

  17. D.K. Singh says:

    Job karne ke liye upay bataen phone Karen

  18. Prabhash Chandra Dhiraj says:

    Sir,Main NAAFI Samay Se Share Market Me Invest Kat Raha Hoon Lekin Mujhe Profit Kam Loss Jyada Hora Hain,Samajh Me Nahi A at a Ki Kish Share Ko Perchage Karke Kitne Time Tan Rakhu.Kharide Gaye Shares Ko Shell Karne Ka Sahi Time Pata Hi Nahi Chalta Hain

  19. Vijay Kumar says:

    बहुत ही अच्छी जानकारी है…जो अभी प्रारंभ कर रहे है..मार्किट में इन्वेस्टमेंट के लिए..उनको ये लेख बहुत ही लाभकारी सिद्ध होगा।
    आपका बहुत बहुत धन्यवाद

  20. Mohd sakir says:

    Business ke liye

  21. Aleem Khan says:

    Valuation nikalna to btaya hi nhi

  22. Arvind says:

    Hello, I am question is that
    If company will bank corrupt than shareholders ko bhi paise dene padte h?

  23. Vijay Shanker Gaur says:

    Hi मैने SELMC में इन्वेस्ट किया था 3.9 के रेट से कुल 7000 शेयर खरीदे थे
    कुछ समय बाद मेरे पोर्टफोलियो में शेयर की क़वान्टिटी 7000 से मात्र 11 शेयर हो गई और 1 शेयर का प्राइस 3.9 रुपये से 2536 रुपये हो गया
    अब मैं क्या करूँ
    क्या मेरा इन्वेस्टमेंट टोटल लॉस में बदल गया
    कृपया सलाह दें

  24. Vijay Shanker Gaur says:

    Hi मैने SELMC में इन्वेस्ट किया था 3.9 के रेट से कुल 7000 शेयर खरीदे थे
    कुछ समय बाद मेरे पोर्टफोलियो में शेयर की क़वान्टिटी 7000 से मात्र 11 शेयर हो गई और 1 शेयर का प्राइस 2536 रुपये हो गया
    अब मैं क्या करूँ
    क्या मेरा इन्वेस्टमेंट टोटल लॉस में बदल गया
    कृपया सलाह दें

  25. sooraj rawat says:

    I\’m beginner want to investment share market & companies my monthly saving 2000 can I do it ?? if yes please suggest me a right way to invest my little money: thank you

    • Kulsum Khan says:

      हमने इसको इसी अध्याय में समझाया है कृपया इसको पूरा पढ़ें।

  26. Shailendrasinh says:

    मैं एक नया इन्वेस्टर हु, मुझे कोने सी कंपनी इन्वेस्ट के लिए पसंद करनी चाइए।

  27. Jagdev says:

    Maximum kitna share kharid sakte hai

  28. Sanjay birajdar says:

    Thank you for ur information.
    Si i am new one. Me penny shares ke bareme janana chahta hu pls or konsa behtar hoga pls help

    • Kulsum Khan says:

      आप हमारे इस मॉड्यूल को पूरा पढ़ें आपको समझ आजायेगा।

  29. Rajeev says:

    Main es market main naya hu mujhe kuch comany ke naam bata skte jo mujhe invest kru or faida ho

  30. ajay says:

    मैं कम से कम कितने पैसे से किसी कंपनी के शेयर खरिद सकता हूं। क्या न्यूनतम इन्वेस्टमेंट की कोई सीमा होती है?

    • Kulsum Khan says:

      जी नहीं कोई सीमा नहीं है आप केवल 100 रूपए से भी शुरुआत कर सकते हैं।

  31. Vijay kumar says:

    निवेश करना ह कुछ बताए डिमैट एकाउंट कैसे खोले

    • Kulsum Khan says:

      आप हमारे इस आर्टिकल को पढ़ें हमने इसमें इसकी प्रक्रिया समझायी है: https://support.zerodha.com/category/account-opening/online-account-opening/articles/how-do-i-open-an-account-online

  32. Ravi Kumar says:

    स्टॉक चुनने के लिए ये जितने तरीके बताए गए है वो कम्पनी डिटेल कहा और कैसे देखेंगे।शेयर चार्ट टेबल पर जो डिटेल देखते है वो कुछ समझ मे नही आता उसमे पूरी जनकारी भी नही रहती और शॉर्ट वर्ड या कोडिंग भाषा का ज्यादा उपयोग होता है
    और मुझे कम्पनी का वार्षिक रिपोर्ट भी पता नही चलता
    मेरी समस्या का समाधान करे

    • Kulsum Khan says:

      यह सब आप आसानी से ऑनलाइन रिसर्च कर सकते हैं।

  33. Vikash says:

    Subsideyri ko kaha se dekhte hai

  34. Krishna Hari Sharma says:

    Very nice

  35. Shashi Ranjan says:

    Meri meri salary 12000 hai .or meri age 32 years ho gyi h, ek excident ke karn mai handicapped ho gya ..mujhe kha investment krni chahiye jo safe ho guaranteed ho

    • Kulsum Khan says:

      आप पर्सनल फाइनेंस वाला मॉड्यूल पढ़ें आपको आपके लिए जो इंस्ट्रूमेंट सही रहेगा उसका पता चलेगा।:)

  36. Shalini says:

    Muje start se sikhna h kaise kya kre account open krne k bd

  37. Gopal Singh says:

    स्टॉक मार्केट में शुरुआत कैसे की जाती हैं, इसके बारे मे विस्तार से बताने का कष्ट करेंगे।

    • Kulsum Khan says:

      हमने इसमें विस्तार से बताया है आप पहला अध्याय पूरा पढ़ें 🙂

  38. gaurav rai says:

    मैं स्टॉक मार्केट में नया हूं, मुझे कोई जानकारी नहीं है, क्या मैं इसमें निवेश कर सकता हूं?
    अगर करू तो किस तरह के स्टॉक में निवेश करें?
    क्या ऐसा कोई निवेश है जिसका रिटर्न उसी दिन मिल जाए?
    ऑनलाइन स्टॉक खरीदी बिक्री की जा सकती है?

    • Kulsum Khan says:

      आप वर्सिटी को पूरा पढ़ें आपको साड़ी जानकारी मिलजाएगी।

  39. Jamna lal meena says:

    Plze me abi new joinkiya ha stock market help me to choose stock companies

    • Kulsum Khan says:

      हम स्टॉक टिप्स नहीं देते कृपया वर्सिटी को पूरा पढ़ें निवेश करने से पहले आपको खुद अच्छे स्टॉक्स चूस करने की जानकारी मिलजाएगी। 🙂

  40. Ravi bhushan says:

    Please make in hindi language pdf.

  41. ravi bhushan says:

    hello sir please release a book in hindi language about share market..

  42. SANJAY MAHADU MASKE says:

    Bohat achhi jankari super very much

    • Kulsum Khan says:

      पढ़ते रहिये और हमें सपोर्ट करते रहिये 🙂

  43. Alpesh says:

    Pls provide me a soft copy of hindi fundamental analysis in pdf

    • Kulsum Khan says:

      हम उस पर काम कर रहे वह भी जल्द ही उपलब्ध कराया जायेगा।

  44. Ritesh kumar says:

    Please provide pdf file in Hindi
    Thanks

  45. Rajkumar says:

    कृपया हिंदी भाषा में पीडीएफ फ़ाइल उपलब्ध कराएं
    Thanks to team Zerodha

  46. DINESH Deoli says:

    Sir maine bhi knowledge ke abaav me apne 12lac rs dead kr diye h share market me pandemic ke time par maine investment kiya but no bhi stock choose kiye usme hi nuksaan utaana pada jo maine short term base par kiya jisme intraday v stoploss factor involve h
    Mere stocks bajaj finance, page industry, sbi, petromet, reliance, future retail, edelweiss securities liye mera experience ye rha jb purchase kiya tb yhi stock ki value down chale gye jb sold kiye TB value increase huvi kuch smj nhi aaya kya krna chahiye stock market se out kru ya investment strategy ke liye kya karna chahiye plz suggest kre

    • Kulsum Khan says:

      Hi Dinesh, आप वर्सिटी के सारे मॉड्यूल्स को पढ़ें आपको कैसे निवेश करना है उसका एक आईडिया मिलेगा आप हमारे Innerworth – Mind over Markets वाला मॉड्यूल भी अर्ह सकते हैं इसमें उच्च ट्रेडिंग साइकोलॉजी के कुछ आर्टिकल्स हैं जो आपको एक मिंडसेट बनाने में मदद कर सकते हैँ।

  47. Bhavesh sharma says:

    Sir cox and kings toh bank corrupt ho gaii
    Toh company ko kese pahchane ki wo aane wale samay me bank corrupt nhi hogi

    • Kulsum Khan says:

      Hi,आप कंपनी की बुनियादी बातों पर नज़र रख सकते हैं जैसे कि यह बैलेंस शीट, quick ratio, कैशफ्लो स्टेटमेंट आदि है। यह डेटा आपको टिकर टेप द्वारा भी उपलब्ध कराया जाता है। अधिक जानकारी के लिए कृपया उनकी वेबसाइट पर जाएँ। इस जानकारी से आप कंपनी के बारे में एक संक्षिप्त विचार प्राप्त कर पाएंगे और यह कितना अच्छा प्रदर्शन कर रहा है।

  48. shah says:

    mail pdf

    • Kulsum Khan says:

      Hi, हिंदी मॉड्यूल के लिए पीडीएफ अभी तक उपलब्ध नहीं हैं। हम जल्द ही इस पर गौर करेंगे।

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