8.1 इंट्रिन्सिक वैल्यू

जैसा कि मैंने पिछले अध्याय में भी कहा था कि किसी भी ऑप्शन ट्रेडर के लिए सही स्ट्राइक कीमत को चुनना महत्वपूर्ण होता है। और इस सही स्ट्राइक कीमत को चुनने में एक चीज जो उसकी मदद करती है वह होती है मनीनेस ऑफ ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट। मनीनेस एक तरह का वर्गीकरण होता है जिसमें हर तरीके के ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट को वर्गीकृत किया जाता है। यह वर्गीकरण 3 तरीके का होता है – ITM यानी इन द मनी- In the Money, ATM यानी ऐट द मनी- At the Money और आउट ऑफ द मनी- Out of the Money यानी OTM।  हम इनके बारे में विस्तार से जानें इसके पहले जरूरी है कि हम एक बार फिर से इंट्रिन्सिक वैल्यू के सिद्धांत को ठीक से समझ लें।

किसी ऑप्शन के इंट्रिन्सिक वैल्यू का मतलब है वह रकम जो ऑप्शन को खरीदने वाले को तब मिलेगी जब वह अपने ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट को एक्सरसाइज करेगा। इंट्रिन्सिक वैल्यू हमेशा एक पॉजिटिव नंबर होता है और 0 से नीचे कभी नहीं जाता। इस उदाहरण पर नजर डालिए

अंडरलाइंग निफ्टी
स्पॉट कीमत 8070
ऑप्शन स्ट्राइक 8050
ऑप्शन का प्रकार कॉल ऑप्शन (CE)
एक्सपायरी में बचे दिन 15
पोजीशन लाँग

इसके आधार पर, मान लीजिए कि आपने 8050CE खरीदा और एक्सपायरी का 15 दिन तक इंतजार करने के बजाय आपने अपने ऑप्शन को उसी दिन एक्सरसाइज करने का फैसला किया। अब सवाल यह है कि आप उस दिन कितने पैसे बनाएंगे?

याद रखिए जब आप किसी लाँग ऑप्शन को एक्सरसाइज करते हैं तो जो पैसे आप बनाते हैं वह उस ऑप्शन के इंट्रिन्सिक वैल्यू में से प्रीमियम को घटाने के बाद प्राप्त हुई रकम होती है। इसलिए इस सवाल का जवाब देने के लिए आपको ऑप्शन की इंट्रिन्सिक वैल्यू निकालनी होगी और इसके लिए आपको अध्याय 3 में बताए गए कॉल ऑप्शन के इंट्रिन्सिक वैल्यू के फार्मूले का इस्तेमाल करना होगा। यह रहा वह फॉर्मूला

कॉल ऑप्शन का इंट्रिन्सिक वैल्यू = स्पॉट कीमत – स्ट्राइक कीमत

Intrinsic Value of a Call option = Spot Price – Strike Price

इस फार्मूले का इस्तेमाल करते हैं

= 8070 – 8050

= 20

तो अगर आप अपने ऑप्शन को आज एक्सरसाइज करते हैं तो आपको 20 प्वाइंट का फायदा मिलेगा ( दिए गए प्रीमियम को दरकिनार करते हुए)। 

नीचे के टेबल में हमने कर अलग-अलग ऑप्शन स्ट्राइक पर इंट्रिन्सिक वैल्यू को दिखाया है।( यह आंकड़े सिर्फ आपको समझाने के लिए लिए गए हैं)

ऑप्शन का प्रकार स्ट्राइक स्पॉट फार्मूला इंट्रिन्सिक वैल्यू टिप्पणी-Remarks
लाँग कॉल 280 310 स्पॉट कीमत – स्ट्राइक कीमत 310 – 280 = 30
लाँग  पुट 1040 980 स्ट्राइक कीमत – स्पॉट कीमत 1040 -980 = 60
लाँग कॉल 920 918 स्पॉट कीमत – स्ट्राइक कीमत 918 – 920 = 0 क्योंकि IV -ve नहीं हो सकता
लाँग पुट 80 88 स्ट्राइक कीमत – स्पॉट कीमत 80 – 88 = 0 क्योंकि IV  -ve नहीं हो सकता

मुझे उम्मीद है कि अब आप किसी भी ऑप्शन स्ट्राइक के लिए इंट्रिन्सिक वैल्यू निकालने का तरीका ठीक से समझ गए होंगे। फिय भी, मैं कुछ बातें आपके लिए फिर से संक्षेप में बताता हूं।

  1. इंट्रिन्सिक वैल्यू वह रकम है जो आपको तब मिलेगी जब आप अपने ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट को एक्सरसाइज करेंगे। 
  2. किसी भी ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट की इंट्रिन्सिक वैल्यू कभी भी नेगेटिव में नहीं होती है यह या तो जीरो होगा है या फिर एक पॉजिटिव नंबर होता है। 
  3. कॉल ऑप्शन इंट्रिन्सिक वैल्यू = स्पॉट कीमत – स्ट्राइक कीमत 
  4. पुट ऑप्शन इंट्रिन्सिक वैल्यू = स्ट्राइक कीमत – स्पॉट कीमत

अब मैं आपसे एक सवाल पूछना चाहता हूं, आपको क्या लगता है कि इंट्रिन्सिक वैल्यू कभी निगेटिव क्यों नहीं हो सकता? 

इसका जवाब देने के लिए ऊपर के टेबल से ही एक उदाहरण को देखते हैं। स्ट्राइक 920 की है, स्पॉट 918 का और ऑप्शन एक लाँग कॉल ऑप्शन है। मान लीजिए कि 920 के इस कॉल ऑप्शन का प्रीमियम ₹15 है।

अब,  

  1. अगर आपको यह ऑप्शन एक्सरसाइज करना पड़े तो आपको क्या मिलेगा?
    1.  साफ है कि इंट्रिन्सिक वैल्यू मिलेगी। 
  2. इंट्रिन्सिक वैल्यू कितनी होगी?
    1. इंट्रिन्सिक वैल्यू= 918-920= -2
  3. फार्मूला हमें बता रहा है कि हमें – -₹2 मिलेंगे, इसका मतलब क्या है?
    1. इसका मतलब है कि हमारे जेब से ₹2 जाएंगे 
  4. कुछ समय के लिए मान लीजिए कि यह सही है तो ऐसे में हमारा कुल नुकसान कितना होगा?
    1. 15 + 2 = 17 
  5. लेकिन हमें पता है कि कॉल ऑप्शन के खरीदने वाले का कुल नुकसान उतना ही हो सकता है जितना कि उसने प्रीमियम दिया है, जो कि इस मामले में ₹15 है। 
    1. अब अगर हम निगेटिव इंट्रिन्सिक वैल्यू को लेते हैं तो ऑप्शन पे ऑफ का ये नियम गलत हो जाएगा। (हमें ₹15 की जगह ₹17 का घाटा दिख रहा है) इसीलिए ऑप्शन पे ऑफ के नॉन-लीनियर नियम को लागू किया जाएगा और माना जाएगा कि इंट्रिन्सिक वैल्यू कभी भी निगेटिव में नहीं हो सकती। 
  6. पुट ऑप्शन के इंट्रिन्सिक वैल्यू की गणना में भी आप यही तरीका लगा सकते हैं।

उम्मीद है कि इससे आपको समझ में आ गया होगा कि किसी ऑप्शन की इंट्रिन्सिक वैल्यू निगेटिव क्यों नहीं हो सकती।

8.2 –कॉल ऑप्शन का मनीनेस (Moneyness) 

इंट्रिन्सिक वैल्यू पर हुई इस चर्चा के बाद अब आपके लिए मनीनेस को समझना ज्यादा आसान होगा। मनीनेस वर्गीकरण का एक ऐसा तरीका है जो हर ऑप्शन को इस आधार पर बाँटता है कि आज ऑप्शन एक्सरसाइज करने पर ट्रेडर को उसमें कितने पैसे मिलने वाले हैं। मोटे तौर पर यहां 3 वर्ग होते हैं।

  1. इन द मनी यानी ITM 
  2. ऐट मनी यानी ATM 
  3. आउट ऑफ द मनी यानी OTM

मुझे लगता है कि इनको और भी वर्गों में बांटा जा सकता है- 

  1. डीप इन द मनी- Deep in the Money
  2. इन द मनी- In the Money (ITM)
  3. एट द मनी- At the Money (ATM)
  4. आउट ऑफ द मनी- Out of the Money (OTM)
  5. डीप आउट ऑफ द मनी- Deep out of the Money

ऑप्शन स्ट्राइक के इस वर्गीकरण को समझना बहुत आसान है। आपको करना सिर्फ यह है कि इंट्रिन्सिक वैल्यू को ठीक से समझ लें। अगर इंट्रिन्सिक वैल्यू जीरो नहीं है तो उस ऑप्शन स्ट्राइक को इन द मनी कहा जाता है। अगर ऑप्शन स्ट्राइक का इंट्रिन्सिक वैल्यू जीरो है तो फिर उसे आउट ऑफ द मनी कहा जाता है। स्पॉट कीमत के सबसे करीब के स्ट्राइक को ऐट द मनी कहा जाता है।

इसी ठीक से समझने के लिए एक उदाहरण देखते हैं। 7 मई 2015 को  निफ़्टी 8060 पर था इस को ध्यान में रखते हुए मैंने नीचे उस दिन के उपलब्ध स्ट्राइक कीमतों का एक चार्ट बनाया है। जिसको नीले रंग के बक्से में दिखाया गया है। हम हर स्ट्राइक को ITM, ATM और OTM में बाटेंगे। हम डीप ITM और डीप OTM पर बाद में चर्चा करेंगे।

 जैसा कि आप ऊपर के चित्र में देख सकते हैं कि स्ट्राइक प्राइस 7100 से लेकर 8700 तक के बीच है। 

सबसे पहले हम ऐट मनी (ATM)ऑप्शन को देखेंगे क्योंकि इसको पहचाना सबसे आसान है। 

ATM ऑप्शन की परिभाषा से हम जानते हैं कि यह वह ऑप्शन स्ट्राइक है जो स्पॉट कीमत के सबसे करीब होता है। यहां पर स्पॉट 8060 है और सबसे करीब का स्ट्राइक है 8050। क्योंकि 8060 का स्ट्राइक मौजूद नहीं है इसलिए 8050 को ATM ऑप्शन माना जाएगा। 

ATM ऑप्शन (8050) को पहचानने के बाद अब हम ITM और OTM ऑप्शन की ओर देखते हैं। इसके लिए हमें पहले कुछ स्ट्राइक कीमतों की इंट्रिन्सिक वैल्यू को निकालना होगा। 

  1. 7100
  2. 7500
  3. 8050
  4. 8100
  5. 8300

याद रखिए कि स्पॉट कीमत 8060 है। इसके आधार पर इंट्रिन्सिक वैल्यू

@7100 

इंट्रिन्सिक वैल्यू = 8060-7100

=960

यह संख्या जीरो नहीं है इसलिए यह इन द मनी (ITM) ऑप्शन होगा 

@7500 

 इंट्रिन्सिक वैल्यू = 8060 – 7500

= 560

यह संख्या भी जीरो नहीं है इसलिए इसे भी इन द मनी (ITM) ऑप्शन कहेंगे। 

@8050

हमें पता है कि 8050 स्ट्राइक ATM ऑप्शन है क्योंकि यह स्पॉट कीमत के सबसे करीब है। इसलिए हम इसकी इंट्रिन्सिक वैल्यू नहीं निकालेंगे। 

@8100

इंट्रिन्सिक वैल्यू = 8060 – 8100

= -40

यह इंट्रिन्सिक वैल्यू निगेटिव में आ रही है इसलिए यहाँ इंट्रिन्सिक वैल्यू जीरो मानी जाएगी। क्योंकि यहां इंट्रिन्सिक वैल्यू जीरो आ रही है इसलिए यह आउट ऑफ द मनी (OTM) ऑप्शन होगा। 

@8300

इंट्रिन्सिक वैल्यू = 8060 – 8300

= – 240

यहां भी इंट्रिन्सिक वैल्यू निगेटिव में आ रही है इसलिए इसे जीरो माना जाएगा। इंट्रिन्सिक वैल्यू जीरो है इसलिए यह स्ट्राइक आउट ऑफ द मनी (OTM) ऑप्शन है।

अब तक आपको समझ में आ गया होगा इसका सामान्यीकरण कैसे किया जा सकता है। 

  1. ATM ऑप्शन के स्ट्राइक से ऊपर के सभी स्ट्राइक वाले ऑप्शन OTM ऑप्शन होते हैं 
  2. ATM ऑप्शन के नीचे के स्ट्राइक वाले सभी ऑप्शन ITM ऑप्शन होते हैं।

इस चित्र पर एक बार फिर से नजर डालिए-

NSE सभी ITM ऑप्शन को पीला बैकग्राउंड दिया है जबकि OTM ऑप्शन को NSE सफेद रंग के बैकग्राउंड के साथ दिखाता है। अब दो ITM 7500 और 8000 को देखते हैं। दोनों की इंट्रिन्सिक वैल्यू 560 और 60 आती है (यहां पर स्पॉट 8060 है)। इंट्रिन्सिक वैल्यू जितनी ज्यादा होगी ऑप्शन का मनीनेस उतना ही ज्यादा होगा। इसलिए 7500 को डीप इन द मनी ऑप्शन कहा जाएगा जबकि 8000 के स्ट्राइक वाले ऑप्शन को सिर्फ इन मनी ऑप्शन कहा जाएगा।

यहां पर आपको प्रीमियम पर ध्यान देना चाहिए (हरे रंग के बक्से में) जैसे-जैसे आप डीप ITM से डीप OTM की तरफ पढ़ते हैं वैसे-वैसे प्रीमियम कम होता जाता है। इसका मतलब यह है कि ITM ऑप्शन हमेशा OTM ऑप्शन की तुलना में महंगे होते हैं।

8.3 – पुट ऑप्शन का मनीनेस

एक बार पुट ऑप्शन पर नजर डालते हैं और यह देखते हैं कि वहां पर ITM है और OTM ऑप्शन कैसे बनते हैं?पुट ऑप्शन के लिए उपलब्ध स्ट्राइक का चित्र नीचे है। ऑप्शन के लिए उपलब्ध स्ट्राइक कीमत को बायीं तरफ के बॉक्स में नीले रंग से हाईलाइट गया है। यह तस्वीर 8 मई 2015 की है उस दिन निफ्टी की स्पॉट कीमत 8202 .थी।

जैसा कि आप देख सकते हैं कि 7100 से 8700 तक के  स्ट्राइक मौजूद हैं। हम पहले ATM ऑप्शन को पहचानेंगे। उसके बाद ITM और OTM ऑप्शन पर नजर डालेंगे। स्पॉट कीमत 8202 है इसके सबसे करीब की स्ट्राइक वाला ही ATM ऑप्शन होना चाहिए। जैसा कि आप देख सकते हैं कि 8200 की स्ट्राइक वाला ऑप्शन मौजूद है और ₹131.35 के प्रीमियम पर मिल रहा है। यही ATM ऑप्शन है।

अब हम ATM के ऊपर और  नीचे के कुछ अलग अलग स्ट्राइक लेंगे और उनमें से   ITM और OTM ऑप्शन को पहचानेंगे। इसके लिए नीचे दी गयी स्ट्राइक कीमतों की  इंट्रिन्सिक वैल्यू निकालते हैं।( इसे मनीनेस भी कहते हैं)।

  1. 7500
  2. 8000
  3. 8200
  4. 8300
  5. 8500

@7500

हमें पता है कि पुट ऑप्शन की इंट्रिन्सिक वैल्यू कैसे निकालते हैं ,

इंट्रिन्सिक वैल्यू = स्ट्राइक – स्पॉट

= 7500 – 8200

= – 700

यह इंट्रिन्सिक वैल्यू निगेटिव है इसलिए यह और OTM ऑप्शन है।

@8000

इंट्रिन्सिक वैल्यू = 8000 – 8200

= -200

यह इंट्रिन्सिक वैल्यू निगेटिव है इसलिए यह और OTM ऑप्शन है।

@8200

इसे  हम पहले ही ATM ऑप्शन बता चुके हैं। इसलिए हम इसकी इंट्रिन्सिक वैल्यू नहीं निकालेंगे। आगे बढ़ते हैं।

 @8300

इंट्रिन्सिक वैल्यू = 8300 – 8200

= 100

पॉजिटिव इंट्रिन्सिक वैल्यू है इसलिए यह ITM ऑप्शन है ।

@8500

इंट्रिन्सिक वैल्यू = 8500 – 8200

= 300

पॉजिटिव इंट्रिन्सिक वैल्यू है इसलिए यह ITM ऑप्शन है । 

अब यहां पुट ऑप्शन का सामान्यीकरण क्या होगा?

  1. ATM के ऊपर वाले सभी स्ट्राइक ऑप्शन ITM होते हैं 
  2. ATM के नीचे की स्ट्राइक वाले सभी ऑप्शन OTM होते हैं 

यहां भी आप देख सकते हैं कि ITM ऑप्शन का प्रीमियम OTM ऑप्शन के प्रीमियम से ज्यादा है।

मुझे उम्मीद है कि अब आपको ऑप्शन स्ट्राइक के वर्गीकरण के बारे में और मनीनेस के बारे में समझ में आ गया होगा। लेकिन आपके दिमाग में यह सवाल उठ सकता है कि मनीनेस का वर्गीकरण करना क्यों जरूरी है? इस सवाल का जवाब भी ऑप्शन ग्रीक्स में छुपा है। जैसा कि आप जानते हैं ऑप्शन ग्रीक्स वो ताकतें हैं  जो ऑप्शन के स्ट्राइक पर असर डालती हैं और उससे जुड़े हुए प्रीमियम पर भी असर डालती हैं। एक खास तरीके का ऑप्शन ग्रीक्स किसी ITM पर एक खास तरह का असर डालेगा जबकि इसका OTM पर असर अलग होगा। इसीलिए यह जरूरी है कि हम मनीनेस को ठीक से समझें क्योंकि ऑप्शन ग्रीक्स और ऑप्शन प्रीमियम के आपसी समीकरण को समझने के लिए ये जरूरी है।

8.4 – ऑप्शन चेन- Option Chain

ज्यादातर एक्सचेंज  और ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर ऑप्शन चेन देते हैं यह एक बहुत ही जरूरी फीचर है। ऑप्शन चेन के जरिए आप किसी अंडरलाइंग के लिए उपलब्ध  हर स्ट्राइक के बारे में जान सकते हैं।इसके साथ ही, आपको यह भी पता चलता है कि उस स्ट्राइक का मनीनेस क्या है। इसके अलावा ऑप्शन चेन आपको प्रीमियम, कीमत (LTP),  बिड आस्क प्राइस, वॉल्यूम, ओपन इंटरेस्ट आदि भी बताता है। 

नीचे मैंने अशोक लेलैंड के ऑप्शन चेन को दिखाया है जो NSE से लिया गया है-

ऑप्शन चेन को अच्छे तरीके से समझने के लिए इन बातों पर ध्यान दें-  

  1. अंडरलाइंग की स्पाट कीमत ₹68.7 है। (इसे नीले रंग से दिखाया गया है)
  2.  ऑप्शन चेन में बायीं तरफ कॉल ऑप्शन को दिखाया गया है 
  3. पुट ऑप्शन को ऑप्शन चेन के दायीं तरफ दिखाया गया है 
  4. स्ट्राइक को बीचों-बीच बढ़ते हुए क्रम में रखा गया है 
  5. स्पॉट कीमत 68.7 तक है तो इसका सबसे करीब का स्ट्राइक  67.5 होगा। इसलिए यह ATM ऑप्शन होगा( इसे पीले रंग से दिखाया गया है)
  6. कॉल ऑप्शन के लिए- वो सभी ऑप्शन  जो ATM ऑप्शन से नीचे हैं वह ITM ऑप्शन होंगे। इसलिए उनका बैकग्राउंड हल्के पीले रंग का है
  7. कॉल ऑप्शन के लिए- वो सभी ऑप्शन जिनकी स्ट्राइक कीमत ATM से ऊपर है वह OTM ऑप्शन हैं उनको सफेद रंग के बैकग्राउंड से दिखाया गया है 
  8. पुट ऑप्शन के लिए – सभी ऑप्शन जिनकी स्ट्राइक कीमत ATM से ऊपर है वो ITM ऑप्शन हैं ,इसलिए वह हल्के पीले रंग के बैकग्राउंड से दिखाए गए हैं
  9. पुट ऑप्शन के लिए- सभी ऑप्शन जिनकी स्ट्राइक कीमत ATM से कम है वह OTM ऑप्शन हैं। इसलिए वो सफेद रंग के बैकग्राउंड के साथ हैं।
  10. हल्के पीले रंग और सफेद रंग के बैकग्राउंड को डालना NSE का अपना तरीका है जिससे आप ITM और OTM को अलग-अलग पहचान सकें। ये कोई सर्वमान्य तरीका नहीं है।  

निफ्टी ऑप्शन के ऑप्शन चेन के लिए लिंक.

8.5 – आगे क्या जानेंगे

कॉल और पुट ऑप्शन को बेचने वाले और खरीदने वाले के नजरिए से समझने के अलावा अब आप ITM, OTM और ATM भी समझ चुके हैं। इसका मतलब है कि अब आप ऑप्शन पर आगे बढ़ने के लिए तैयार हैं।

अगले कुछ अध्यायों में हम ऑप्शन ग्रीक्स के बारे में जानेंगे और यह भी जानेंगे कि वह किस तरीके से ऑप्शन के प्रीमियम पर असर डालते हैं। इसको समझने के बाद हम यह जानने की कोशिश करेंगे कि किस तरीके से ऑप्शन के लिए सबसे बढ़िया स्ट्राइक प्राइस चुना जाता है। साथ ही, ऑप्शन की कीमत किस तरीके से तय होती है इसे “ब्लैक एंड स्कोल्स ऑप्शन प्राइसिंग फार्मूला – Black & Scholes Option Pricing Formula” के जरिए समझेंगे। ये फार्मूला हमें ये भी बताएगा कि 8200 का निफ्टी 131 पर क्यों ट्रेड हो रहा है 152 पर या 102 पर क्यों नहीं? 

इस अध्याय की मुख्य बातें 

  1. किसी भी ऑप्शन की इंट्रिन्सिक वैल्यू उस रकम के बराबर होती है जो कॉन्ट्रैक्ट को एक्सरसाइज करने पर मिलेगी।
  2. ऑप्शन की इंट्रिन्सिक वैल्यू कभी निगेटिव में नहीं हो सकती यह जीरो या पॉजिटिव संख्या ही होती है।
  3. कॉल ऑप्शन की इंट्रिन्सिक वैल्यू = स्पॉट कीमत – स्ट्राइक कीमत
  4. पुट ऑप्शन की इंट्रिन्सिक वैल्यू =  स्ट्राइक कीमत – स्पॉट कीमत
  5. कोई भी ऑप्शन जिसकी इंट्रिन्सिक वैल्यू हो उसे इन द मनी (ITM) ऑप्शन कहते हैं 
  6. जिस ऑप्शन में इंट्रिन्सिक वैल्यू कुछ भी ना हो उसे आउट ऑफ द मनी(OTM) ऑप्शन कहते हैं 
  7. अगर स्ट्राइक कीमत स्पॉट कीमत के बराबर है तो उस ऑप्शन को ऐट द मनी (ATM) ऑप्शन कहते हैं।
  8. कॉल ऑप्शन में सारे ऑप्शन जिनकी स्ट्राइक ATM से नीचे है वो ITM होते हैं
  9. कॉल ऑप्शन में सभी ऐसे ऑप्शन जिनकी स्ट्राइक ATM से ऊपर है उन्हें OTM ऑप्शन कहते हैं 
  10. पुट ऑप्शन में वो सभी ऑप्शन जिनकी स्ट्राइक ATM से ऊपर है उन्हें ITM ऑप्शन कहते हैं 
  11. पुट ऑप्शन में वो सभी ऑप्शन जिनकी स्ट्राइक ATM से नीचे है उन्हें OTM ऑप्शन कहते हैं 
  12. जब इंट्रिन्सिक वैल्यू बहुत ज्यादा ऊपर होती है तो उसे डीप ITM ऑप्शन कहते हैं 
  13. इसी तरीके से जब इंट्रिन्सिक वैल्यू बहुत कम होती है तो इसे डीप OTM ऑप्शन कहते हैं 
  14. ITM ऑप्शन के प्रीमियम हमेशा OTM ऑप्शन के प्रीमियम से ज्यादा होते हैं 
  15. ऑप्शन चेन से हमें समझ में आता है कि किस ऑप्शन की स्ट्राइक ATM में है, किसकी ITM में, किसकी OTM में। इसके साथ हमें ऑप्शन के बारे में और भी कई जानकारियां मिलती हैं।

 




42 comments

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  1. VINOD RAWAT says:

    किसी भी ऑप्शन की इंट्रिन्सिक वैल्यू उस उस रकम के बराबर होती है जो कॉन्ट्रैक्ट को एक्सरसाइज करने पर मिलेगी।
    सर यहां पर उस शब्द का यह ही बार उपयोग होना चाहिए।

  2. sudesh says:

    THE WAY YOU DRAFTED TEACHING COURSE, ITS CREATING INTEREST TO READ AND LEARN MORE AND MORE.PLEASE ARRANGE ALL OTHER MODULES IN HINDI

  3. Kulsum Khan says:

    Thank you, Sudesh, Happy Learning. 🙂

  4. Kamal says:

    This Option series is presented with ultimate clarity..Thanks to zerodha for wonderful gift given to beginers.

  5. Avinash Padale says:

    “निफ्टी ऑप्शन के ऑप्शन चेन के लिए लिंक”

    कृपया लिंक जोड़ें

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