कैंडलस्टिक पैटर्न के बारे में समझते हुए, हमने एंट्री (Entry) और स्टॉपलॉस (Stoploss) प्वाइंट के बारे में जाना था, लेकिन हमने उस वक्त टार्गेट प्राइस (Target Price) के बारे में बात नहीं की थी। इस अध्याय में उस पर ही ध्यान देंगे। 

टार्गेट प्राइस को पता करने का सबसे बढ़िया तरीका होता है सपोर्ट और रेजिस्टेंस प्वाइंट को पता करना। सपोर्ट और रेजिस्टेंस को शॉर्ट यानी छोटे में हम कहते हैं S&R। सपोर्ट और रेजिस्टेंस किसी चार्ट में उस खास प्राइस प्वाइंट को बताता है जिसपर सबसे ज्यादा खरीदारी या बिकवाली होती है। सपोर्ट प्राइस वह कीमत है जिस पर बिकवाल से ज्यादा खरीदार की संख्या होने की उम्मीद की जा सकती है। उसी तरह रेजिस्टेंस प्राइस पर खरीदार से ज्यादा बिकवाल के होने की संभावना होती है। 

S&R की मदद से ट्रेडर किसी भी सौदे में घुसने का सही वक्त यानी एंट्री प्वाइंट पता कर सकता है। 

11.1 रेजिस्टेंस (The Resistance)

रेजिस्टेंस शब्द का हिंदी में मतलब है- रुकावट, रोक या बाधा। तो इस मायने के आधार पर हम कह सकते हैं कि रेजिस्टेंस, कीमत बढ़ने या ऊपर जाने से रोकता है। शेयर बाज़ार में रेजिस्टेस शंब्द का इस्तेमाल किसी स्टॉक के चार्ट पर उस प्राइस प्वाइंट को बताने के लिए किया जाता है, जिस प्राइस प्वाइंट से स्टॉक की कीमत ऊपर जाने से रुकती है। इस प्राइस प्वाइंट पर ट्रेडर्स स्टॉक की अधिकतम आपूर्ति यानी मैक्सिमम सप्लाई (Maximum Supply) की उम्मीद करते हैं। रेजिस्टेंस लेवल हमेशा स्टॉक के अभी की कीमत यानी करंट मार्केट प्राइस (Current Market Price- CMP) से ऊपर होता है। 

नीचे अंबुजा सीमेंट लिमिटेड का चार्ट है। क्षैतिज अक्ष/रेखा यानी हॉरिज़ोन्टल लाइन (Horizontal line) चार्ट पर 215 रुपये पर मिलती है, यही अबुंजा सीमेंट का रेजिस्टेंस लेवल होगा। 

मैंने जानबूझ कर चार्ट पर ज्यादा डाटा प्वाइंट्स डाले हैं, जिसकी वजह थोड़ी ही देर में बताई जाएगी। लेकिन उसके पहले ये चार्ट देखते हुए आपको 2 चीजों पर ध्यान देना है। 

  1.  रेजिस्टेंस लेवल, जिसे एक लाइन के ज़रिए दिखाया गया है, वो अभी के मार्केट प्राइस से ज्यादा या ऊपर है। 
  2. रेजिस्टेंस लेवल 215 पर है और करेंट कैंडल 206.75 पर है। करेंट कैंडल और उसके प्राइस लेवल को काले घेरे के ज़रिए दर्शाया गया है। 

 

एक क्षण के लिए मान लेते हैं कि अंबुजा सीमेट्स 206 रुपये पर 202 लो के साथ बुलिश मारूबोज़ु बनाता है। हम जानते हैं कि ये  लांग ट्रेड शुरू करने का संकेत है, और हम ये भी जानते हैं कि इस सौदे का स्टॉपलॉस 202 पर होगा। रेजिस्टेंस पर इस नई जानकारी के साथ अब हम ये जानते हैं कि इस सौदे के लिए हम 215 का टार्गेट प्राइस रख सकते हैं। 

आप सोचेंगे कि “215 ही क्यों?” वजहें बहुत साफ हैं: 

  1. 215 पर रेजिस्टेंस का मतलब है कि इस लेवल पर आपूर्ति यानी सप्लाई ज्यादा रहने की संभावना है। 
  2. ज्यादा आपूर्ति यानी सप्लाई का मतलब है सेलिंग प्रेशर (Selling Pressure) यानी बेचने के लिए दबाव
  3. जब बेचने का दबाव बनता है तो कीमतों के नीचे जाने के आसार होते हैं। 

तो इन वजहों से लांग पोजिशन वाले ट्रेडर रेजिस्टेंस प्वाइंट्स को देख कर सौदे के लिए टार्गेट और एक्जिट प्वाइंट तय कर सकते हैं। 

साथ ही, रेजिस्टेंस की पहचान के साथ, लांग ट्रेड इस तरह का हो सकता है:

एंट्री – 206, स्टॉपलॉस – 202, टार्गेट – 215

 

अगला सवाल होगा कि हम रेजिस्टेंस लेवल का पता कैसे लगाएंगे? प्राइस प्वाइंट, सपोर्ट है या फिर रेजिस्टेंस, ये पता लगाना बहुत आसान है। यदि प्राइस प्वाइंट करेंट मार्केट प्राइस से ऊपर हैं, तो वो रेजिस्टेंस प्वाइंट है और अगर नीचे है तो सपोर्ट प्वाइंट। 

अब आगे ‘सपोर्ट’ को समझते हैं और सीखते हैं कि सपोर्ट प्वाइंट का पता कैसे लगाते हैं। 

11.2 सपोर्ट (The Support)

रेजिस्टेंस के बारे में जानने के बाद, सपोर्ट को समझना काफी सरल होना चाहिए। जैसा कि नाम से पता चलता है, सपोर्ट कुछ ऐसा है जो कीमत को सहारा देता है और उसे गिरने से रोकता है। सपोर्ट लेवल किसी चार्ट पर वो कीमत होती है जहां कारोबारी स्टॉक (या इंडेक्स) में अधिकतम मांग (खरीदने के मामले में) की उम्मीद करता है। जब भी कीमत सपोर्ट लेवल तक गिरती है, तो वापस उछाल की संभावना होती है क्योंकि उस कीमत पर खरीद आने की उम्मीद रहती है। सपोर्ट हमेशा मौजूदा बाजार कीमत (CMP) से नीचे होता है। 

इस बात की काफी संभावना होती है कि कीमत सपोर्ट तक गिर जाए, उस कीमत पर मौजूद मांग पूरा होने तक आराम करे यानी कनसॉलिडेट (Consolidate ) करे और फिर ऊपर की ओर बढ़ना शुरू करे। है गिरते हुए बाजार में सपोर्ट एक महत्वपूर्ण टेक्निकल लेवल है जिसे काफी ध्यान से देखा जाता है।  सपोर्ट को अक्सर खरीदने के लिए ट्रिगर माना जता है। 

यहां सिप्ला लिमिटेड का चार्ट है। चार्ट पर 435 पर बनाई गयी लाइन सिप्ला के लिए सपोर्ट कीमत को दिखाती है।

कुछ चीजें जिन पर आपको ऊपर के चार्ट पर ध्यान देने की आवश्यकता हैं: 

  1. सपोर्ट लेवल जिसे एक सीधी लाइन से दिखाया गया है वो वर्तमान बाजार मूल्य से नीचे है 
  2. सपोर्ट कीमत 435 पर है जबकि वर्तमान में कैंडल 442.5 पर है। वर्तमान यानी करेंट कैंडल और इसके संबंधित मूल्य स्तर को आपके संदर्भ के लिए घेर कर दिखाया गया है

जैसा कि हमने रेजिस्टेंस को समझते हुए किया था, वैसे ही, आइए हम एक मंदी पैटर्न बनाने की कल्पना करते हैं – 442 पर एक शूटिंग स्टार बनता है  जिसका हाई है 446। हमें पता है कि एक शूटिंग स्टार के साथ शॉर्ट करना होता है, तो 446 पर सिप्ला शॉर्ट करना है, 446 के स्टॉपलॉस के साथ। चूंकि हम जानते हैं कि 435 अभी का सपोर्ट है तो हम इसी को अपना टारगेट यानी लक्ष्य मान लेते हैं। 

तो किन वजहों से हम 435 के लक्ष्य को सही मान सकते है? निम्नलिखित कारणों से हमारा फैसला सही है : 

  1. 435 पर सपोर्ट का मतलब है कि इस कीमत पर अतिरिक्त मांग आने की अधिकतम संभावना है।
  2. अतिरिक्त मांग से खरीदने का दबाव बनता है।
  3. खरीद का दबाव बनने से खरीदने से कीमत बढ़ जाती है।

ऊपर दिए गए कारणों की वजह से, जब एक कारोबारी ट्रेड करता है, तो वह टारगेट तय करने और ट्रेड से एक्जिट निर्धारित करने के लिए सपोर्ट लेवल को देख सकता है। 

साथ ही, सपोर्ट पहचानने के साथ, शॉर्ट ट्रेड अब पूरी तरह से डिज़ाइन हो गया है। 

एंट्री – 442, स्टॉपलॉस – 446, और टारगेट 435

11.3 – सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल को समझना और लाइन बनाना

अब हम आपको 4 ऐसे कदम बता रहे हैं जिनकी मदद से आप रेजिस्टेंस और सपोर्ट का सही लेवल पता कर सकते हैं और सपोर्ट और रेजिस्टेंस लाइन भी खींच सकते हैं। 

कदम 1) डाटा बिंदुओं यानी प्वाइंट को लोड करें – यदि शॉर्ट टर्म S&R पता करना है तो कम से कम 3 से 6 महीने के डाटा बिंदुओं को लोड करना होगा। यदि आप लंबी अवधि के S&R की पहचान करना चाहते हैं, तो कम से कम 12 – 18 महीने के डाटा प्वाइंट लोड करें। जब आप कई डाटा बिंदुओं को लोड करते हैं, तो चार्ट संकुचित दिखता है। यह भी बताता है कि क्यों ऊपर के दो चार्ट इसी वजह से सिकुड़े हुए दिख रहे थे। 

  1. दीर्घकालिक यानी लांग टर्म (Long term) S&R – स्विंग ट्रेडिंग के लिए उपयोगी है 
  2. छोटी अवधि यानी शॉर्ट टर्म (Short term) का S&R – इंट्राडे और बीटीएसटी– BTST ट्रेड के लिए उपयोगी है। 

यहां एक चार्ट है जहां मैंने 12 महीने के डाटा प्वाइंट लोड किए हैं

कदम 2) कीमत में एक्शन वाले कम से कम 3 ज़ोन की पहचान करें – एक प्राइस एक्शन ज़ोन को चार्ट पर स्टिकी प्वाइंट (Sticky point) कहा जा सकता है, यहाँ कीमतें निम्नलिखित में से कम से कम एक व्यवहार को जरूर प्रदर्शित करती हैं:

  1. कुछ तेजी के बाद और ऊपर जाने में अटकना
  2. कुछ गिरावट के बाद और गिरने में अटकना
  3. किसी एक कीमत पर तेजी से दिशा बदलना

यहां उन चार्टों की एक श्रृंखला दी गई है जो एक ही क्रम में ऊपर 3 बिंदुओं को दिखा रहे हैं:

नीचे दिए गए चार्ट में, घेरे हुए बिंदु एक संक्षिप्त चाल के बाद आगे बढ़ने में हिचकिचाहट का संकेत देते हैं:

 

नीचे दिए गए चार्ट में, घेरे हुए बिंदु एक संक्षिप्त डाउन मूव के बाद कीमत को और नीचे ले जाने में संकोच करते हैं:

 

नीचे दिए गए चार्ट में, घेरे हुए बिंदु कीमत पर दिशा में तीव्र बदलाव दिखाते हैं:

 

कदम 3) प्राइस एकशन जोन को सीधी लाइन से मिलाना – जब आप 12 महीने के चार्ट को देखते हैं तो आमतौर पर आपको कई एक्शन जोन दिखाई पड़ते हैं। यहां पर आपको कम से कम 3 प्राइस एक्शन जोन तलाशने होते हैं जो कीमत के मामले में एक ही स्तर पर हों। 

उदाहरण के लिए यहां एक चार्ट है जिसमें 2 प्राइस एक्शन जोन दिखाए गए हैं लेकिन वो कीमत के अलग-अलग स्तर पर हैं। 

अब इस चार्ट को देखिए जहाँ मैंने 3 प्राइस एक्शन जोन को घेर कर दिखाया है।

इन प्राइस एक्शन वाले जोन की पहचान करते समय ध्यान देने योग्य एक महत्वपूर्ण बिंदु यह है कि ये प्राइस ज़ोन समय में अच्छी तरह से दूरी पर हैं। मतलब, अगर पहला प्राइस एक्शन ज़ोन मई के 2सरे सप्ताह में है, तो दूसरा प्राइस ऐक्शन ज़ोन मई के चौथे सप्ताह के बाद किसी भी समय होना चाहिए। (अच्छी तरह से समय में दूर)। दो मूल्य एक्शन जोन के बीच जितनी अधिक दूरी हो, S&R की पहचान उतनी ही अच्छी होगी। 

कदम 4) एक क्षैतिज रेखा (horizontal line) को फिट करें – एक क्षैतिज रेखा के साथ तीन प्राइस ऐक्शन ज़ोन को कनेक्ट करें। बाजार की मौजूदा कीमत (CMP) के संबंध में यह रेखा जहां होगी है, उसके आधार पर, यह या तो एक सपोर्ट या रेजिस्टेंस बन जाता है। 

इस चार्ट पर एक नज़र डालें

बाएं से शुरू करें तो: 

  1. पहला घेरा एक प्राइस एक्शन ज़ोन को दिखाता है जहां कीमत की दिशा तेजी  से उलटती है
  2. दूसरा घेरा उस प्राइस एक्शन ज़ोन पर प्रकाश डालता है जहाँ कीमत स्टिकी होती है
  3.  तीसरा घेरा एक ऐसे प्राइस एक्शन ज़ोन को बताता है जहां कीमत की दिशा तेजी से उलटती है।
  4. चौथा घेरा ऐसे प्राइस एक्शन एक्शन ज़ोन पर प्रकाश डालता है जहाँ कीमत स्टिकी होती है।
  5. पाँचवा घेरा सिप्ला के मौजूदा बाजार मूल्य – 442.5 को दिखाता है। 

ऊपर के चार्ट में सभी 4 प्राइस ऐक्शन ज़ोन समान मूल्य बिंदुओं पर यानी 429 के आसपास हैं। जाहिर है, क्षैतिज रेखा 442.5 के वर्तमान बाजार मूल्य से नीचे है, इस तरह 429 सिप्ला के लिए तत्काल सपोर्ट मूल्य बन जाता है। 

कृपया ध्यान दें, जब भी आप तकनीकी विश्लेषण (टेक्निकल ऐनालिसिस) में चार्ट को देखते हैं जैसे अगर S&R को सिर्फ देख कर ही पहचान करते हैं, तो आपसे गलती हो सकती है। मूल्य स्तर को आमतौर पर एक सीमा में दर्शाया जाता है और एक मूल्य बिंदु पर नहीं। सपोर्ट या रेजिस्टेंस एक क्षेत्र या ज़ोन होता है एक निश्चित कीमत नहीं।

इसलिए उपरोक्त तर्क के आधार पर, मुझे सिप्ला के लिए एक सपोर्ट के रूप में 426 से 432 के बीच की कीमत सीमा दिखती हैइस सीमा के लिए कोई खास नियम नहीं है, मैंने सपोर्ट की मूल्य सीमा प्राप्त करने के लिए सिर्फ 429 में 3 अंक जोड़े और 3 ही घटाए हैं। 

यहाँ एक और चार्ट है, जहाँ अंबुजा सीमेंट्स लिमिटेड के लिए S & R दोनों की पहचान की गई है।


अंबुजा की वर्तमान कीमत 204.1 है, सपोर्ट 201 (वर्तमान बाजार मूल्य से नीचे), और 214 पर रेजिस्टेंस (मौजूदा बाजार मूल्य से ऊपर) दिख रहा है। इसलिए यदि कोई 204 पर अंबुजा में शॉर्ट था, तो सपोर्ट के आधार पर लक्ष्य 201 पर हो सकता है। संभवतः यह एक अच्छा इंट्राडे व्यापार होगा। 204 पर लांग ट्रेडर के लिए, रेजिस्टेंस के आधार पर 214 एक उचित लक्ष्य या टारगेट हो सकता है। 

ध्यान दें कि, सपोर्ट और रेजिस्टेंस स्तर दोनों में, मूल्य स्तर पर कम से कम 3 प्राइस एक्शन ज़ोन की पहचान की गई है, जो समय में एक दूसरे से अच्छी तरह से दूरी पर हैं। 

11.4 – S&R की विश्वसनीयता

सपोर्ट और रेजिस्टेंस लाइनें केवल कीमतों के पलटने की संभावना का संकेत हैं। किसी भी तरह से उन्हें निश्चित नहीं माना जाना चाहिए। टेक्निकल एनालिसिस में भी तमाम दूसरी चीजों की तरह ही, किसी को संभावना को (पैटर्न के आधार पर) संभावना की तरह ही तौलना चाहिए। 

उदाहरण के लिए, अंबुजा सीमेंट्स के चार्ट के आधार पर – वर्तमान बाजार मूल्य = 204 

रेजिस्टेंस = 214 

यहाँ उम्मीद यह है कि अगर अम्बुजा सीमेंट ऊपर जाना शुरू करेगा जाए तो उसे 214 पर एक रेजिस्टेंस का सामना करने की संभावना है। मतलब, 214 पर बिकवाल आ सकते हैं जो संभावित रूप से कीमतों को नीचे खींच सकते हैं। क्या गारंटी है कि विक्रेता 214 पर आएंगे? दूसरे शब्दों में, रेजिस्टेंस लाइन की निर्भरता क्या है? ईमानदारी से, आपका अनुमान उतना ही अच्छा होगा जितना मेरा।

हालांकि, ऐतिहासिक रूप से यह देखा जा सकता है कि जब भी अंबुजा 214 पर पहुंची, तो उसने एक खास तरीके से प्रतिक्रिया दी, जिससे ये प्राइस एक्शन ज़ोन बना। यहाँ सांत्वना देने वाली बात ये है कि प्राइस एक्शन ज़ोन अच्छी तरह से समय में फैला हुआ है। इसका मतलब है कि 214 एक ऐसे प्राइस एक्शन ज़ोन में है जिसे बार बार समय ने परखा है । इसलिए तकनीकी विश्लेषण के पहले नियम को ध्यान में रखते हुए यानी “इतिहास खुद को दोहराता है” हम ये विश्वास कर सकते  हैं कि सपोर्ट और रेजिस्टेंस स्तर आसानी से नहीं टूटेंगे। 

विशुद्ध रूप से मेरे व्यक्तिगत ट्रेडिंग अनुभव के आधार पर मैं कह सकता हूं कि  अच्छी तरह से बने S&R आमतौर पर सही साबित होते हैं। 

11.5 – जरूरी बदलाव/सुधार(ऑप्टीमाइजेशन) और चेकलिस्ट (Optimization and Checklist)

शायद, अब हम इस मॉड्यूल में सबसे महत्वपूर्ण मोड़ पर हैं। हम कुछ फेरबदल या सुधार यानी ऑप्टीमाइजेशन की कुछ ऐसी तकनीकों की खोज शुरू करेंगे जो हमें सबसे अच्छे ट्रेड की पहचान करने में मदद करें । याद रखें, जब आप अच्छे ट्रेंड को पहचानना चाहते हैं तो आपको बहुत सारे ट्रेंड पहचानने का लालच छोड़ना होगा। बहुत सारे, लेकिन बेकार ट्रेडों की पहचान करने की जगह कुछ लेकिन पक्के ट्रेंड पहचानना हमेशा बेहतर होगा। 

सामान्य रूप से ऑप्टीमाइजेशन एक ऐसी तकनीक है जिसमें आप बेहतरीन परिणामों के लिए एक प्रक्रिया तैयार करते हैं। ये प्रक्रिया बेहतरीन ट्रेंडों की पहचान करने के बारे में है। 

आइए हम कैंडलस्टिक्स पैटर्न पर वापस जाते हैं, शायद सबसे पहले हमने सीखा – बुलिश मारूबोज़ू। बुलिश मारूबोज़ू एक लांग ट्रेड का सुझाव देता है, मारूबोज़ू के करीब होने वाले इस ट्रेड में मारूबोज़ू का लो ही स्टॉपलॉस के रूप में काम करता है। 

बुलिश मारूबोज़ू के लिए निम्नलिखित मान लें: 

ओपन = 432, हाई = 449, लो = 430, क्लोज = 448 

इस स्थिति में लांग ट्रेड के लिए एंट्री लगभग 448 है, और स्टॉपलॉस 430 है। 

अब अगर मारूबोज़ू का लो पुराने समय से सही साबित हो रहे सपोर्ट से मेल खा जाए तो? क्या आपको यहां दो तकनीकी सिद्धांतों का अच्छा संगम दिखाई देता है? 

हमारे पास लांग जाने के लिए दोहरी पुष्टि है। निम्नलिखित शर्तों के बारे में सोचें: 

  1. एक मान्यता प्राप्त कैंडलस्टिक पैटर्न (बुलिश मारूबोज़ू) ट्रेडर को एक लांग ट्रेड शुरू करने का सुझाव देता है।
  2. स्टॉपलॉस मूल्य के निकट सपोर्ट ट्रेडर को बताता है कि लो के आसपास महत्वपूर्ण खरीद आ सकती है।  

बाजारों जैसी अनिश्चित जगह पर एक ट्रेडर को वास्तव में एक अच्छी तरह से तैयार ट्रेड सेटअप की जरूरत होती है। उपर बतायी गयी दोनों स्थितियों (बुलिश मारूबोज़ू+ लो के पास समर्थन) एक ही कार्रवाई का सुझाव देती है एक लांग ट्रेड शुरू करने के लिए।

यह हमें एक महत्वपूर्ण विचार की ओर ले जाता है। क्या होगा यदि हमारे पास हर व्यापार के लिए एक चेकलिस्ट हो ( आप चाहें तो इसे एक फ्रेमवर्क कह सकते हैं)। हर ट्रेड शुरू करने से पहले ये चेकलिस्ट एक मार्गदर्शक सिद्धांत के रूप में कार्य करेगी। हर ट्रेड को चेकलिस्ट में दी गयी शर्तों का पालन करना चाहिए। यदि शर्तों का पालन होता है, तो हम ट्रेड करेंगे, अन्यथा हम इसे छोड़ देंगे और एक नए अवसर की तलाश करेंगे जो चेकलिस्ट की शर्तों पालन करता हो। 

कहते हैं कि ट्रेडर की सफलता में 80% हिस्सा अनुशासन का होता है। मेरी राय में चेकलिस्ट आपको अनुशासित होने के लिए मजबूर करती है, यह आपको जल्दबाजी में और लापरवाही से  निर्णय लेने से बचने में मदद करता है। 

वास्तव में शुरू करने के लिए हमारे पास चेकलिस्ट के पहले दो बहुत महत्वपूर्ण कारक हैं: 

  1. स्टॉक के चार्ट में एक पहचानने योग्य कैंडलस्टिक पैटर्न बनना चाहिए।
    • नोट: हमने इस मॉड्यूल में कुछ लोकप्रिय पैटर्न सीखे हैं। चेकलिस्ट का पालन करने के लिए शुरुआत में आप इन्हीं पैटर्न का उपयोग कर सकते हैं।
  1. S&R को ट्रेड की पुष्टि करनी चाहिए। स्टॉपलॉस S&R के आसपास होना चाहिए।
    • एक लांग ट्रेड के लिए, सपोर्ट को पैटर्न के लो के आसपास होना चाहिए।
    • एक शॉर्ट ट्रेड के लिए, पैटर्न का हाई स्टॉक के रेजिस्टेंस के आसपास होना चाहिए।

इस मॉड्यूल में आगे , जब हम नई TA- Technical Analysis  अवधारणाओं को सीखेंगे, हम इस चेकलिस्ट का निर्माण करेंगे। लेकिन आपकी जिज्ञासा को शांत करने के लिए बता दें कि अंतिम चेकलिस्ट में 6 चेकलिस्ट बिंदु होंगे। वास्तव में जब हमारे पास सारे 6 चेकलिस्ट प्वाइंट होंगे, तो हम उनमें से हर एक को तौलेंगे। उदाहरण के लिए, हो सकता है कि चेकलिस्ट प्वाइंट 4, चेकलिस्ट प्वाइंट 1 के जितना महत्वपूर्ण नहीं हो, लेकिन फिर भी यह ट्रेडर को विचलित करने वाले 100 अन्य कारकों से अधिक महत्वपूर्ण है।


इस अध्याय की मुख्य बातें

  1. S&R चार्ट पर प्राइस प्वाइंट्स होते हैं। 
  2. करेंट मार्केट प्राइस के नीचे का प्राइस प्वाइंट सपोर्ट कहलाता है, और ये बाइंग इंट्रेस्ट की ओर इशारा करता है। 
  3. करेंट मार्केट प्राइस के ऊपर का प्राइस प्वाइंट रेजिस्टेंस कहलाता है और ये सेलिंग इंट्रेस्ट की ओर इशारा करता है। 
  4. S&R की पहचान करने के लिए 3 प्राइस एक्शन जोन को जोड़ती हुई एक रेखा बनाएं। ध्यान रखें कि ये एक्शन जोन समय के मामले में एक दूसरे दूसरे से दूरी पर हों। जितने ज्यादा प्राइस एक्शन जोन ऐसी रेखा से जुड़ेंगे, उतना ही मज़बूत S&R होगा। 
  5. S&R का इस्तेमाल टार्गेट प्राइस जानने के लिए भी किया जा सकता है। लांग ट्रेड के लिए सबसे नज़दीकी रेजिस्टेंस लेवल को टार्गेट मानें और शॉर्ट ट्रेड के लिए नज़दीकी सपोर्ट को टार्गेट मानें। 
  6. ट्रेड से अच्छे नतीजे पाने के लिए चेकलिस्ट की शर्तों का पालन करने की कोशिश करें।



82 comments

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  1. Bhavesh sharma says:

    Sir yeah checklist kya hota h sir

  2. dipak pundir says:

    Sir, price point CMP se low ho toh vo Resistance level hai pr use pehle apne bataya k Resistance level CMP se humesha upar hota hai. Yahan confuse ho rha h samajhne ne me. Aur price point kise kehte h…. ye thoda explain kr dijiye sir..

    • Kulsum Khan says:

      प्राइस पॉइंट चार्ट पर संभावित कीमतों के पैमाने पर एक पॉइंट है इसका मतलब है कि एक प्राइस पॉइंट चार्ट पर कोई भी प्राइस हो सकती है।

  3. VINOD RAWAT says:

    सर, प्राइस पॉइंट और PP(Pevot point) में क्या अंतर है।

    • Kulsum Khan says:

      पिवट पॉइंट ‘समर्थन और प्रतिरोध’ का एक रूप है, जिसकी गणना एक धुरी सूत्र का उपयोग करके की जाती है। कई ऑनलाइन पिवट पॉइंट कैलकुलेटर हैं जिनका आप उपयोग कर सकते हैं। दूसरी ओर एक प्राइस पॉइंट चार्ट पर कोई भी प्राइस हो सकता है। यह मदद करेगा यदि आप प्राइस पॉइंट के लिए अधिक संदर्भ साझा कर सकते हैं।

  4. Prithviraj Ambade says:

    यदि प्राइस प्वाइंट करेंट मार्केट प्राइस से नीचे हैं, तो वो रेजिस्टेंस प्वाइंट है और अगर ऊपर है तो सपोर्ट प्वाइंट। sir I confused here at this point. Because i know support price is always down and Resistance is always up. Please explain simply ….Thank you

    • Kulsum Khan says:

      इसका अर्थ बहुत सरल है, अगर price point, current market price से कम है तो यह resistance point है और अगर यह current market price से ज्यादा है तो support point है।

  5. Himanshu says:

    ” अगला सवाल होगा कि हम रेजिस्टेंस लेवल का पता कैसे लगाएंगे? प्राइस प्वाइंट, सपोर्ट है या फिर रेजिस्टेंस, ये पता लगाना बहुत आसान है।
    (((यदि प्राइस प्वाइंट करेंट मार्केट प्राइस से नीचे हैं, तो वो रेजिस्टेंस प्वाइंट है और अगर ऊपर है तो सपोर्ट प्वाइंट।))) ”

    Please correct the above line in this section. It is confusing.
    The below lines are also from this section which are reverse of the above lines. Please make correction . Thank You.

    ” रेजिस्टेंस लेवल हमेशा स्टॉक के अभी की कीमत यानी करंट मार्केट प्राइस (Current Market Price- CMP) से ऊपर होता है। ”
    ” सपोर्ट हमेशा मौजूदा बाजार कीमत (CMP) से नीचे होता है। “

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