20 मार्केट डेप्थ (लेवल 3 डेटा) विंडो

मैं कई सालों से कार चला रहा हूं और कार को कई बार बदल भी चुका हूं। जब भी मैंने कार बदली है, तो इंजन करीब-करीब वैसा ही रहता है लेकिन कार का रुप और कार के बहुत सारे फीचर बदलते रहते हैं। एयर कंडीशनिंग, पावर स्टीयरिंग और पावर विंडो आदि पहले लग्जरी फीचर माने जाते थे, लेकिन आज ये सारे फीचर जरूरी बन गए हैं। लेकिन मेरे लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज है – पार्किंग असिस्ट। कार के पीछे लगा हुआ यह छोटा कैमरा मुझे बताता है कि पीछे पार्किंग के लिए कितनी जगह बची है। अब मुझे खिड़की से बाहर निकाल कर पीछे देखने की जरूरत नहीं होती और ना ही किसी दूसरे से नीचे उतर कर कार को पार्क करने में मदद करने के लिए कहना होता है। पार्किंग असिस्ट फीचर के आने के बाद से मेरे लिए कार को पार्क करने का तरीका एकदम बदल गया है। 

इसी तरीके से, लेवल 3 डेटा को देखने के बाद से शेयर बाजार में ट्रेड करने का अनुभव एकदम बदल गया है।

लेवल 3 या 20 मार्केट डेप्थ एक अनोखा फीचर है। इसके कई इस्तेमाल है। आपने अगर किसी संस्था के इंस्टीट्यूशनल डेस्क पर बैठकर ट्रेडिंग की है, तो, लेवल 3 मार्केट विंडो का महत्व आपको समझ में आएगा। आम रीटेल ट्रेडर के लिए इस फीचर को समझना बहुत आसान नहीं है क्योंकि अभी तक यह फीचर कहीं पर उपलब्ध नहीं था। जीरोधा ने हाल ही में इस फीचर को भारतीय रीटेल ट्रेडर के लिए उपलब्ध कराया है। 

इस अध्याय में हम इसी फीचर के बारे में बताएंगे और यह बताएंगे कि इसके आधार पर आप अपनी ट्रेडिंग स्ट्रैटजी कैसे बना सकते हैं। 

अगर आप इसको बिल्कुल भी नहीं समझते तो मैं सलाह दूंगा कि आप इस ब्लॉग को पढ़ें, इससे आपको लेवल 3 डाटा के बारे में कुछ जरूरी बातें पता चल जाएंगी।

अगर आप इसके बारे में जानते हे तो ये अध्याय आपको इसके बहुत सारे उपयोगों के बारे में बताएगा।

कॉन्ट्रैक्ट की उपलब्धता

20 मार्केट डेप्थ ऑर्डर बुक ऑप्शन ट्रेडर को कॉन्ट्रैक्ट की उप्लभ्धि की बेहतर जानकारी देती है और इन सौदों के लिए सही कीमत चुनने में मदद करती है। इस मदद के बिना इललिक्विड कॉन्ट्रैक्ट (illiquid contract) को ट्रेड करना एक मुश्किल काम होता है। मैं भले ही यहां पर सिर्फ ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट की बात कर रहा हूं लेकिन आप फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट में भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं, खासकर ऐसे फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट जिनमें लिक्विडिटी कम हो। 

इस को बेहतर समझने के लिए 13000 CE जो कि जनवरी 2020 में एक्सपायर होने वाला है उसके

आम मार्केट डेप्थ को देखते हैं जिसमें टॉप 5 बिड और आस्क को दिखाया जाता है। 

बाईं तरफ के कॉलम में हम देख सकते हैं कि बहुत करीब करीब के बिड दिखाई दे रहे हैं जबकि दाहिनी तरफ, ऑफर थोड़े बेहतर हैं। अगर आप निफ्टी के कुछ लॉट ट्रेड करना चाहते हैं तो आप इस कॉन्ट्रैक्ट में ट्रेड करने से शायद थोड़ा हिचकिचाएंगे। 

अब लेवल 3 डेटा को खोल कर देखते हैं कि वहाँ क्या जानकारी मिलती है- 

आप देख सकते हैं कि वहां पर और बहुत सारे कॉन्ट्रैक्ट उपलब्ध हैं जो कि साधारण मार्केट डेप्थ में दिखाई नहीं देते। वास्तव में बिड और ऑफर की मात्रा 8 आठवीं पंक्ति में काफी ज्यादा हैं। 

इस स्ट्राइक पर उपलब्ध कॉन्ट्रैक्ट को देखने के बाद ट्रेड करने या न करने का आपका फैसला बिल्कुल ही बदल सकता है। अब यह पूरी तरीके से आपकी ट्रेडिंग स्ट्रेटजी पर निर्भर करेगा कि आप क्या फैसला करते हैं।

एक्जक्यूशन कंट्रोल (ट्रेड करने या ना करने के फैसले पर पूरा नियंत्रण)- Execution Control

लेवल 3 डाटा आपको यह भी बता देता है कि आपका ट्रेड किस कीमत पर पूरा होगा। यह खासकर तब बहुत काम आता है जब आप मार्केट को स्कैल्प (Scalp) करना चाहते हैं। जब आप मार्केट को स्कैल्प करते हैं तो 

  • आप बड़ी मात्रा में ट्रेड करते हैं मतलब आप बहुत बड़ी मात्रा में खरीदते और बेचते हैं और ये काम जल्दी-जल्दी करते हैं जिससे कीमत में होने वाले छोटे  से बदलाव का भी फायदा आपको मिल सके। 
  • चूंकि इसमें बहुत जल्दी-जल्दी ट्रेड करना होता है इसलिए आमतौर पर आप मार्केट ऑर्डर ही डालते हैं।

मान लीजिए आप हिंदुस्तान जिंक के 5000 शेयर खरीदना और बेचना चाहते हैं। साधारण मार्केट डेप्थ विंडो आपको ये सूचना देती है-

आप देख सकते हैं कि यहां पर आपको यह नहीं पता चल रहा कि आपको 5000 शेयर कहां से मिलेंगे। अब जरा 20 डेप्थ विंडो पर नजर डालिए-

20 डेप्थ विंडो एक अलग ही तस्वीर पेश करता है। यह सिर्फ यह नहीं बताता कि मुझे 5000 शेयर मिल जाएंगे, यह ये भी बताता है कि मेरे लिए इनकी खरीद की कीमत कितनी होगी। अगर मुझे 5000 शेयर खरीदने हैं तो मैं मुझे इस आर्डर बुक में ₹ 210.5 से ₹ 211.25 के बीच में खरीदना होगा। मुझे ये भी दिख रहा है कि ₹ 211 पर 2425 शेयर उपलब्ध हैं। इसका मतलब यह है कि मैं उम्मीद कर सकता हूं कि मेरी औसत कीमत 211 के आसपास होगी ।

अब अगर मैं स्टॉक को स्कैल्प करना चाहता हूं तो मेरे लिए स्टॉक की कीमत 211 से ऊपर होनी चाहिए। शायद 211.5 या उससे ऊपर। आपके लिए सही कीमत क्या होगी और किस कीमत पर आप मुनाफा कमाएंगे (सारे चार्जेस देने के बाद) यह आपको ब्रोकरेज कैलकुलेटर से पता चल सकता है।

पोजीशन साइजिंग (पोजीशन कितनी बड़ी रखें)

लेवल 3 मार्केट विंडो से आपको यह भी पता चल सकता है कि स्टॉक की लिक्विडिटी को देखते हुए आपको कितने शेयर ट्रेड करने चाहिए। अपनी चर्चा को आगे बढ़ाने के लिए हम मान लेते हैं कि इस ट्रेड के लिए पैसे या पूंजी की कमी नहीं है। 

एक नजर डालते हैं बाजार के साधारण मार्केट डेप्थ पर-

आपको उम्मीद है कि अगले एक घंटे में सीमेंस 1675 से 1690 तक जाएगा। चूंकि आपको पूंजी यानी पैसे की कमी नहीं है तो आप कितने शेयर खरीदेंगे 

इस ट्रेड के लिए साधारण मार्केट डेप्थ विंडो यह बता रही है कि आप करीब 175 शेयर खरीद सकते हैं। लेकिन 20 डेप्थ एक अलग तस्वीर पेश करता है – 

वास्तव में, इस स्टॉक में लिक्विडिटी बेस्ट बिड और आस्क के नीचे है और इंपैक्ट कॉस्ट भी ठीक है। साधारण मार्केट डेप्थ विंडो यह दिखा नहीं दिखा रहा था। मान लीजिए कि आप करीब 1500 शेयर खरीदना चाहते हैं तो इसके लिए आपको 1675.5 से 1678 के बीच में कीमत अदा करनी पड़ेगी। यानी इसका स्प्रेड हुआ 0.149

अब अगर आपको यह पक्का है कि स्टॉक आपकी टारगेट कीमत 1690 तक पहुंच जाएगा, तो आप बाजार में उस समय मौजूद सभी शेयर खरीद सकते हैं।

ऑर्डर प्लेसमेंट (ऑर्डर लगाना) – Order Placement

पोजीशन साइजिंग के ही सिद्धांत को आगे बढ़ाते हुए आप 20 डेप्थ का इस्तेमाल स्टॉप लॉस पता करने और लिमिट ऑर्डर के लिए भी कर सकते हैं। मान लीजिए आपको वीएसटी टिलर्स (VST Tillers) में 1313.8 पर एक इंट्राडे पोजीशन लेनी है।

सवाल यह है कि आप इस ट्रेड के लिए अपना स्टॉपलॉस कहां लगाएंगे क्या 20 मार्केट डेप्थ इसमें आपकी मदद कर सकता है 

हां आप जरा वीएसटी टिलर्स के लिए 20 मार्केट डेप्थ विंडो पर नजर डालिए। जैसा कि आप देख सकते हैं कि 1290 पर बहुत सारे बिड हैं। अच्छी बात यह है कि इसी कीमत पर आस्क की संख्या भी सबसे ज्यादा है। 

इसका मतलब है कि बहुत सारे ट्रेडर ने 1290 पर आर्डर डाल रखा है और इस जगह पर प्राइस एक्शन होने की उम्मीद है। यह हमें बताता है कि यहां पर स्टॉपलॉस रखा जा सकता है। 

एक समझदार ट्रेडर शायद 1290 पर स्टॉपलॉस नहीं रखेगा, उससे थोड़ा सा नीचे रखेगा। 

अगर मैं एक ट्रेडर हूं तो 20 डेप्थ को देख कर शायद मैं अपना स्टॉपलॉस 1290 या उससे नीचे रखूंगा। शायद 1287 पर। इसी तर्क का इस्तेमाल करते हुए अपना टारगेट 1340 या 1338.8 पर रखूंगा।

सपोर्ट और रेजिस्टेंस स्तर की पुष्टि करना- Validate the support & resistance level

ऊपर के उदाहरण में हमने 1290 को स्टॉपलॉस कीमत माना क्योंकि वहां पर बहुत ज्यादा बिड थे। दूसरे शब्दों में कहें तो हमने 1290 को सपोर्ट कीमत माना। 

मुझे यह पता करना बहुत ही रोचक लगा कि अगर यह सच है तो यह चार्ट में भी दिखना चाहिए। आइए चार्ट पर नजर डालते हैं –

साफ दिख रहा है कि 1296 के आसपास प्राइस एक्शन हो रहा है। आपको याद ही होगा कि सपोर्ट और रेजिस्टेंस एक निश्चित कीमत नहीं होता बल्कि कीमत का एक दायरा या रेंज होते हैं। इसलिए 1290 से 1300 तक इस स्टॉक के लिए एक इंट्राडे सपोर्ट दिखता है। 

बाजार में प्राइस एक्शन का सिद्धांत कैसे काम करता है, इसका यह एक सही उदाहरण दिख रहा है। 

इसको देखने का एक दूसरा तरीका यह हो सकता है कि पहले आप सपोर्ट और रेजिस्टेंस के स्तर को देखें और उसके बाद 20 डेप्थ में जाकर देखें कि क्या वहाँ पर बिड और ऑफर ज्यादा हैं

 

उम्मीद है कि अब तक आपको ट्रेडिंग में 20 डेप्थ ऑर्डर बुक के फायदों के बारे में समझ में आ गया होगा। 

याद रखिए कि आप बाजार पर अपनी राय बनाने के लिए किसी भी तकनीक (टेक्निकल या क्वांटिटेटिव एनालिसिस) का इस्तेमाल कर रहे हों, अंत में फैसला, कीमत पर आकर ही होता है। हर ट्रेड कीमत के आधार पर ही किया जाता है।

इसलिए प्राइस एक्शन को समझने के लिए 20 डेप्थ विंडो आपकी सबसे बड़ी कुंजी या चाभी है। इसका अच्छे से इस्तेमाल कीजिए। 

आप इस विंडो का इस्तेमाल कैसे करेंगे और कैसे इसके जरिए आप ट्रेड के लिए मौके तलाशेंगे, इसके बारे में अपने कमेंट हमें लिखिए।




80 comments

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  1. ARCHANA RAJPAL says:

    THNX FOR HINDI NOW WE UNDERSTAND UTILISATION OF 20 DEPTH TRADE

  2. ankit kumar sharma says:

    सर मेरे अकाउंट मे 20 डेफ्ट fiture नहीं आ रहा है उसे शुरू करने के बारे मे बताए मुझे क्या करना होगा आपसे के सपोर्ट से संपर्क नहीं हो रहा ह कई दिनों से कोसिस कर रहा हु

  3. ankit kumar sharma says:

    अकाउंट आइडी no XF5836 है

  4. Gurpreet Singh says:

    Sir 11980 pe toh seller hai fir price badta kaise hai

  5. Tukaram patil says:

    this is very good 20 deft thanks

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